MP board paper leak case three including two teachers arrested in raisen district in mp board paper leak case: digi desk/BHN /रायसेन/ माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा दसवी व बारहवी के प्रश्न पत्रों की गोपनीयता भंग करने के आरोप में पुलिस ने रविवार को रायसेन जिले के दो शिक्षकों सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपित शिक्षक सिलवानी ब्लाक के परीक्षा केंद्र प्रतापगढ़ के हैं।
पुलिस अधीक्षक विकास कुमार शाहवाल ने बताया कि 14 मार्च को भोपाल से शासन से सूचना प्राप्त हुई कि रायसेन जिले के प्रतापगढ़ के शिक्षक केंद्राध्यक्ष रमाशंकर अहिरवार, सहायक केंद्राध्यक्ष निर्भय भवेदी व अन्य सहयोगी केशव ने हाईस्कूल परीक्षा की गोपनीयता भंग की है।
जिला शिक्षा अधिकारी एमएल राठौरिया ने मामले की जांच में इन्हें दोषी पाया है। दोनों ही शिक्षकों को निलंबित किया गया है। इस मामले में डीईओ ने पुलिस को सूचना दी। डीईओ की सूचना के बाद धारा 420 व परीक्षा अधिनियम के तहत तीनों लोगों को गिरफ्तार किया है।
आरोपितों ने कई साक्ष्य नष्ट कर दिए हैं। इसलिए पुलिस ने इन्हें न्यायालय में पेश करने के बाद रिमांड पर लिया है। इनसे साक्ष्यों के बारे में पूछताछ की जाएगी।
थाना सिलवानी अंतर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रतापगढ़ परीक्षा केंद्र में 14 मार्च को कक्षा दसवीं के संस्कृत विषय के पेपर के संबंध में उमेश ठाकुर निवासी भोपाल ने सुबह 9:36 बजे सूचना दी थी कि प्रतापगढ़ परीक्षा सेंटर को आवंटित प्रश्नपत्र की फोटो प्राप्त हुई है।
उक्त सूचना पर जिला शिक्षा अधिकारी एमएल राठौरिया एवं उनके निरीक्षण दल द्वारा सत्यापन करने पर पाया कि परीक्षा केंद्र प्रतापगढ़ के केंद्राध्यक्ष रमाशंकर अहिरवार एवं सहायक केंद्राध्यक्ष निर्भय भवेदी के द्वारा परीक्षा की शुचिता भंग कर अनैतिक लाभ लिया गया एवं परीक्षार्थियों के साथ धोखाधड़ी की गई। उक्त आशय की रिपोर्ट करने पर 18 मार्च को थाना सिलवानी में आरोपितों के विरुद्ध अपराध धारा 420 आईपीसी एवं मध्य प्रदेश मान्यता प्राप्त परीक्षा अधिनियम 1937 की धारा 3,4 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
प्रश्नपत्रों को व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजते थे
बीते रोज मंडीदीप निवासी आरोपित कैशिक दुबे को क्राइम ब्रांच भोपाल पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दुबे ने वाट्सएप ग्रुप बनाकर परीक्षा केंद्रों के शिक्षकों को प्रलोभन देते हुए उनसे प्रश्नपत्रों की फोटो बुलाई जाती थी। जिसे दुबे विद्यार्थियों को बेच देता था। दुबे के प्रलोभन में फंसकर आरोपित शिक्षकों ने भी प्रश्नपत्रों की फोटो मोबाइल से खींचकर भेज दी थी। इस मामले में प्रदेश के कई जिलों के शिक्षक आरोपित बनाए गए हैं। चूंकि परीक्षा आरंभ होने के बाद प्रश्नपत्रों की गोपनीयता भंग हुई है इसलिए परीक्षाएं निरस्त होने की आशंका नहीं है।