कटनी, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कर्नाटक के बेलगावी जिले के सिनूर ग्राम में मुश्किल जिंदगी जी रहे स्लीमनाबाद -कौड़िया क्षेत्र के 28 श्रमिक अपने घर पहुंचेे तो घर में खुशियां छा गईं। मुश्किल हालातों में फंसे इन श्रमिकों की घर वापसी में कलेक्टर अवि प्रसाद की अहम भूमिका रही है।
बता दें कि कलेक्टर को विधायक बहोरीबंद प्रणय प्रभात पांडे से कौड़िया के 28 श्रमिकों के कर्नाटक के बेलगावी (बेलगाम) में फंसे होने की जानकारी मिली थी। जिस पर कलेक्टर ने तत्काल बेलगावी के डिप्टी कमिश्नर एवं जिला दंडाधिकारी नीतेश पाटिल से दूरभाष पर चर्चा कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी और सहयोग करने का आग्रह किया। मुश्किल हालात में फंसे मजदूरों को उनके भोजन-पानी और यहां आने के लिए टिकिट के लिए 35 हजार रूपये उपलब्ध करवाया। सोमवार की सुबह से ही वे जिला प्रशासन के अधिकारियों को जरूरी व्यवस्थाओं और श्रमिकों को चाय-नाश्ता के साथ सकुशल घर वापसी के निर्देश दिए।
28 श्रमिक और 5 बच्चे घर पहुंच कर हुए खुश
बेलगावी में कठिन दौर से गुजरे कौड़िया पहुंचने वालों में 28 मजदूर और 5 बच्चे हैं। इनमें चंदू पाल, सुखम्बी पाल, पार्वती पाल, प्रतिज्ञा पाल, सावन पाल, रोहित पाल, कुरुवा बाई पाल, मोनू पाल, पुन्नाू सेरेमा, आला पाल, अंकित पाल, बारी लाल पाल, परीबाई पाल, किरण पाल, धीरज पाल, राज पाल, राजेंद्र पाल, रेनु बाई पाल, नेहा पाल, देवा पाल, आयुष पाल, रागिनी पाल, विनोद पाल, सुमन बाई पाल, शिवम पाल, सुहाना पाल, नीलम पाल, सिंगरन पाल शामिल है। कलेक्टर के निर्देश पर अलसुबह ही स्लीमनाबाद पहुंच कर श्रम अधिकारी केबी मिश्रा,सच्चिदानंद त्रिपाठी तहसीलदार, शशांक दुबे नायब तहसीलदार, रमाकांत लोधी श्रम निरीक्षक, एस पी सिंह श्रम निरीक्षक, पटवारी सहित जनसाहस के मुकेश द्विवेदी श्रमिकों को कौड़िया गांव पहुंचाने और चाय आदि की व्यवस्था की।
भेजने वाले को नोटिस
कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा कौड़िया गांव से बाहर काम के लिए भेजने वाले स्थानीय निवासी राजेंद्र प्रसाद उपाध्याय के विरुद्ध कार्यवाही करने श्रम अधिकारी को निर्देश देने के बाद राजेन्द्र प्रसाद उपाध्याय को अंतर्राज्यीय प्रवासी कर्मकार अधिनियम के उल्लंघन पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। अधिनियम के उल्लंघन पर एक साल तक की सजा का प्रावधान है।