Mokshada Ekadashi 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ मोक्षदा एकादशी हर साल मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। मोक्षदा एकादशी का व्रत और श्रीहरि की पूजा करने से जातक को सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही जो पूरी श्रद्धा और सच्चे मन से भगवान विष्णु की पूजा करता है। उससे देहांत के बाद स्वर्ग में जगह मिलती है। भगवान कृष्ण ने इस तिथि को दुनिया को गीता का उपदेश दिया था। इसलिए मोक्षदा एकादशी के दिन गीता जयंती भी मनाई जाती है।
मोक्षदा एकादशी
पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का आरंभ 3 दिसंबर को प्रातः 05.39 मिनट से हो रहा है। एकादशी तिथि का समापन अगले दिन 4 दिसंबर को सुबह 05.34 मिनट पर होगा। मोक्षदा एकादशी का व्रत 3 दिसंबर को रखा जाएगा। इस दिन सूर्योदय 06.58 बजे होगा।
पूजा मुहूर्त
मोक्षदा एकादशी के दिन सुबह 07.04 बजे से रवियोग शुरू हो रहा है, जो अगले दिन सुबह 06.16 बजे तक रहेगा। पूजा के लिए रवि योग शुभ है। एकादशी के दिन सुबह 09.28 बजे से दोपहर 01.27 बजे तक श्रीहरि की पूजा कर सकते हैं।