Narsimhapur reader of gadarwara sdop caught taking bribe of 30 thousand: digi desk/BHN/ नरसिंहपुर/ जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने बुधवार को गाडरवारा में एसडीओपी के रीडर कार्यवाहक एएसआइ संजय दीक्षित को 30 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। बुधवार की दोपहर हुई इस कार्रवाई से एसडीओपी कार्यालय में हड़कंप की स्थिति रही। रीडर संजय ग्राम मगरधा निवासी मेरसिंह से उसकी पुत्रवधू की मृत्यु के पूर्व दिए गए कथन के मामले का निपटारा करने यह रकम ले रहा था। जिसमें 65 हजार रूपये की तय रिश्वत में वह 15 नवंबर को 30 हजार की एक किस्त ले चुका था।
जबलपुर लोकायुक्त के डीएसपी दिलीप झरबड़े ने बताया कि रीडर संजय से रिश्वत में ली गई 30 हजार की रकम जिसमें 500-500 के नोट थे वह बरामद कर लिए गए हैं। मामला यह था कि शिकायतकर्ता मेरसिंह ने बीते 10 नवंबर को शिकायत की थी कि उसकी पुत्रवधू पुष्पा लोरिया की बीमारी दौरान मौत हुई थी।
मृत्यु पूर्व पुष्पा ने दहेज प्रताड़ना की एक शिकायत गाडरवारा एसडीओपी कार्यालय में की थी।जिसकी जांच चल रही थी। इसी प्रकरण का निराकरण कराने और प्रकरण फाइल करने के एवज में रीडर द्वारा 65 हजार रूपये की मांग की जा रही थी।डीएसपी झरवड़े ने बताया कि शिकायत के आधार पर लोकायुक्त की टीम ने निर्धारित योजना अनुसार बुधवार को कार्रवाई पूरी की। जिसमें निरीक्षक स्वप्निल दास, मंजूकिरण तिरके व अन्य सदस्य शामिल रहे।
जबलपुर लोकायुक्त की उक्त कार्रवाई ने जिले में पुलिस की कार्यप्रणाली को फिर सुर्खियों में ला दिया है। कुछ महीने पहले ही एक फर्जी प्रकरण बनाए जाने के मामले में जिले के आमगांवबड़ा चौकी प्रभारी को निलंबित करने की कार्रवाई हो चुकी है।अ
ब गाडरवारा एसडीओपी कार्यालय में हुई लोकायुक्त की इस कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मामलों को रफादफा करने का यह खेल किस तरह थाना-चौकियों के अलावा अनुभाग स्तर के कार्यालयो तक चल रहा है। जिसमें अधिकारियों के मातहत रिश्वत की आड़ में तय कर रहे हैं कि किस प्रकरण का भविष्य क्या होगा।