Cricket virat kohli said that till today mohali was my best innings but today i will count this one higher because of the situation: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ पाकिस्तान के खिलाफ जीत के नायक रहे विराट कोहली। सचिन तेंदुलकर सहित कई पूर्व क्रिकेटरों का मानना था कि ये विराट की अब तक की सर्वश्रेष्ठ पारी है। खुद विराट कोहली भी ऐसा मानते हैं। मैच खत्म होने के बाद बातचीत में विराट कोहली ने कहा कि इसके पहले मुझे मेरी मोहाली में खेली गई पारी सबसे बढ़िया लगती थी, लेकिन आज जिस तरह के हालात थे, उसमें ये मेरी पारी वाकई बेस्ट है। मैच के बाद विराट कोहली इमोशनल भी हो गए और उन्होंने फैंस को उनके बुरे वक्त में भी सपोर्ट के लिए तहेदिल से धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मैच के अंत तक आते-आते ऐसी स्थिति हो गई थी कि उसके लिए मेरे पास शब्द नहीं है। सचिन तेंदुलकर ने भी माना कि ये विराट कोहली की अब तक की सर्वश्रेष्ठ पारी है।
हार्दिक के साथ शानदार साझेदारी
कोहली के पास शब्द भले ना रहे हों, लेकिन उन्हें यकीन था कि पाकिस्तान के खिलाफ जीत दर्ज की सकती है। टी20 विश्व कप के पहले मैच में रविवार को जब भारत का स्कोर 4 विकेट के नुकसान पर 31 रन था, तो संभावित हार साफ दिखाई दे रही था। लेकिन कोहली ने हार्दिक पांड्या के साथ मिलकर, पांचवें विकेट के लिए 113 रन की साझेदारी निभाई। विराट कोहली ने माना कि एक समय यह कार्य “असंभव” लग रहा था, लेकिन उनके साथी हार्दिक ने लगातार हिम्मत बढ़ाई। उन्होंने कहा, “यह असंभव लग रहा था, लेकिन फिर हार्दिक मुझे उस साझेदारी में आगे ले जाते रहे और हम बस रन बनाते गए।” उन्होंने कहा कि हार्दिक मुझसे कहता रहा: ‘बस विश्वास करो, विश्वास करो कि हम इसे कर सकते हैं, अगर अंत तक बने रहें’।
हार को जीत में बदला
जीत के लिए 160 रनों का पीछा करते हुए, भारत को अंतिम चार ओवरों में 54 रनों की जरूरत थी और ऐसा लग रहा था कि पाकिस्तान जीत जाएगा। लेकिन मोहम्मद नवाज का एक ओवर अभी बाकी था, और वही पाकिस्तान की कमजोर कड़ी थे। नवाज बाद में आए, लेकिन उससे पहले कोहली ने पाकिस्तान के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हारिस रऊफ के ओवर की अंतिम दो गेंदों पर लगातार दो छक्के लगाकर भारत को खेल में वापस ला दिया।
पाकिस्तान के बेस्ट बॉलर को लगाये छक्के
कोहली ने कहा कि मुझे पता था कि नवाज को एक ओवर फेंकना है। इसलिए मैंने हार्दिक से कहा कि अगर मैं हारिस को हिट करूं तो वे घबराएंगे, क्योंकि वह उनके प्रमुख गेंदबाज थे। इसलिए मैंने छक्के मारने का फैसला कर लिया। इन छक्कों की वजह से जब हमें आठ में से 28 रन चाहिए थे, तो वह छह में 16 हो गया।”