CG, father was unable to see the suffering of a sick daughter strangled to death: digi desk/BHN/ मुंगेली/ ग्राम अमलीडीह के पुराने रास्ते में 10 दिन पहले बोरे में मिले नौ साल की बच्ची के शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने मामले में मृतका के सौतेले पिता को कानपुर में गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि बच्ची काफी बीमार थी। कई जगह इलाज कराने के बाद भी वह ठीक नहीं हुई। बेटी की तकलीफ नहीं देख पाने के कारण उसने गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपित को न्यायालय में पेश किया है।
मुंगेली कोतवाली थाना प्रभारी गौरव पांडेय ने बताया कि 12 अक्टूबर की सुबह अमलीडीह के पुराने रास्ते में बोरे में बंद नौ साल की बच्ची की लाश मिली थी। शव की पहचान संध्या कुर्रे(9) निवासी ग्राम भरूवागुड़ा के रूप में हुई। पूछताछ में पता चला कि संध्या का सौतेला पिता मनोज कुर्रे फरार है। संदेह के आधार पर पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। जांच के दौरान पता चला कि मनोज कुछ साल पहले कानपुर में रहकर रिक्शा चलाता था। कानपुर के श्यामनगर चौकी क्षेत्र में दबिश देकर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में मनोज ने बताया कि कुछ साल पहले संध्या की मां कानपुर में अपने पति के साथ कमाने खाने के लिए आई थी।
इसी दौरान वह अपने पति को छोड़कर बेटी के साथ मनोज के साथ रहने लगी। दो साल पहले संध्या की मां का बीमारी के कारण देहांत हो गया। इसके बाद संध्या सौतेले पिता के साथ रह रही थी। कुछ महीने पहले संध्या की तबीयत खराब रहने लगी। मनोज ने उसका दुर्ग और रायपुर के कई अस्पतालों में उपचार कराया। इसके बाद भी उसकी स्थिति लगातार खराब हो रही थी। मनोज ने बताया कि बीमार बेटी की तकलीफ नहीं देख पाने के कारण उसने गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद वह कानपुर में जाकर रहने लगा। पुलिस ने आरोपित को न्यायालय में पेश किया है।