Ahmed Patel Death Reactions:newdelhi/ कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य और सोनिया गांधी के राजनीति सलाहकार रहे अहमद पटेल का 71 साल की उम्र में निधन हो गया है। वे बीते दिनों से बीमार थे और दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। बेटे फैसल पटेल ने बताया कि उनके पिता ने रात 3 बजे अंतिम सांस ली। अहमद पटेल अभी गुजरात से राज्यसभा सदस्य थे। बीते दिनों उन्हें कोरोना हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत तमाम नेताओं ने दुख जताया है। राहुल गांधी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि आज बहुत बुरा दिन है।
सोनिया गांधी ने अपने संदेश में लिखा, ‘अहमद पटेल के रूप में मैंने एक सहयोगी को खो दिया है, जिसका पूरा जीवन कांग्रेस पार्टी को समर्पित था। उनकी ईमानदारी और समर्पण, अपने कर्तव्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता, वह हमेशा मदद करने के लिए तैयार रहते थे।’
गुलामनबी आजाद ने कहा, मैंने एक भाई, दोस्त और सहकर्मी को खो दिया है। वह कांग्रेस पार्टी के लिए एक मजबूत स्तंभ थे। उनका निधन पार्टी के लिए एक अपूरणीय क्षति है। इसी तरह कपिल सिब्बल ने कहा, वह एक दयालु, उदार और विचारशील व्यक्ति थे। उन्होंने कठिन समय में कांग्रेस पार्टी को एकजुट रखा। उन्होंने कभी पद या मंत्रालय की मांग नहीं की। पार्टी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता किसी और में नहीं देखी जा सकती।
गुजरात में पाटीदार आंदोलन के अगुवा रहे हार्दिक पटेल ने लिखा, जब मैंने आंदोलन का नेतृत्व किया था, तो उन्होंने मेरे परिवार की मदद की थी। 4 दशकों तक वे प्रमुख राजनीतिक मामलों में थे लेकिन कभी मंत्री नहीं रहे। उनकी अनुपस्थिति निश्चित रूप से कांग्रेस के लोगों के जीवन में एक बहुत बड़ा प्रभाव छोड़ देगी।
इससे पहले बेटे फैजल ने अपने ट्वीट में लिखा, बेहद दुख के साथ अपने पिता अहमद पटेल की दुखद और असामयिक मृत्यु की घोषणा कर रहा हूं। 25 तारीख को सुबह 3.30 पर पिता का निधन हो गया है। लगभग एक महीना पहले पिता कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इलाज के दौरान उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया और वे मल्टी ऑर्गन फेल्यिोर के शिकार हो गए। गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली।
कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने लिखा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, राज्यसभा सांसद अहमद भाई पटेल के निधन से अत्यंत दुखी हूं। पटेल मेरे अच्छे मित्र भी थे। कई अवसरों पर हमने मिलकर कांग्रेस संगठन के माध्यम से जनहित के लिए बड़ी लड़ाई लड़ी। उनकी संगठन क्षमता अद्धभुत थी। सादर श्रधांजलि