गुजरात में पाटीदार आंदोलन के अगुवा रहे हार्दिक पटेल ने लिखा, जब मैंने आंदोलन का नेतृत्व किया था, तो उन्होंने मेरे परिवार की मदद की थी। 4 दशकों तक वे प्रमुख राजनीतिक मामलों में थे लेकिन कभी मंत्री नहीं रहे। उनकी अनुपस्थिति निश्चित रूप से कांग्रेस के लोगों के जीवन में एक बहुत बड़ा प्रभाव छोड़ देगी।

इससे पहले बेटे फैजल ने अपने ट्वीट में लिखा, बेहद दुख के साथ अपने पिता अहमद पटेल की दुखद और असामयिक मृत्यु की घोषणा कर रहा हूं। 25 तारीख को सुबह 3.30 पर पिता का निधन हो गया है। लगभग एक महीना पहले पिता कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इलाज के दौरान उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया और वे मल्टी ऑर्गन फेल्यिोर के शिकार हो गए। गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली।

कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने लिखा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, राज्यसभा सांसद अहमद भाई पटेल के निधन से अत्यंत दुखी हूं। पटेल मेरे अच्छे मित्र भी थे। कई अवसरों पर हमने मिलकर कांग्रेस संगठन के माध्यम से जनहित के लिए बड़ी लड़ाई लड़ी। उनकी संगठन क्षमता अद्धभुत थी। सादर श्रधांजलि