Madhya Pradesh Weather Update: digi desk/BHN/ भाेपाल/ मध्य प्रदेश के कुछ जिलों को छोड़ दें, तो ऐसा लग रहा है कि वर्षा का मौसम खत्म हो गया है।कई जगहों पर बीते चार दिन से वर्षा नहीं हुई है, इससे तापमान में बढ़ोतरी हो गई है। उमस भी बढ़ गई है।मौसम विज्ञानियों के अनुसार अभी मध्य प्रदेश के मौसम काे प्रभावित करने वाली काेई मौसम प्रणाली भी सक्रिय नहीं है। हालांकि पूर्वी मप्र के कुछ हिस्सों में नमी मिलने के कारण थोड़ी बहुत वर्षा हो रही है, लेकिन वहां भी तापमान बढ़ा ही है।
फिर से शुरू होगा वर्षा का सिलसिला
मौसम विज्ञान केंद्र की वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डा. ममता यादव के अनुसार दाे अगस्त काे उत्तर प्रदेश में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बनने की संभावना है। इससे तीन अगस्त से वर्षा की गतिविधियां बढ़ने के आसार हैं। इससे लोगों को गर्मी से फिर से राहत मिलेगी। इसके बाद यह सिलसिला करीब एक हफ्ते तक जारी रहेगा।वहीं मौसम विज्ञानी वेद प्रकाश सिंह बताते हैं कि अगस्त महीने में इंदौर संभाग में सामान्य से कम वर्षा की संभावना है। वहीं पूर्वी मध्य प्रदेश के संभाग रीवा, शहडोल, जबलपुर व उज्जैन में सामान्य वर्षा होने के आसार हैं। इधर भोपाल, ग्वालियर, चंबल, नर्मदापुरम में सामान्य से अधिक वर्षा हो सकती है।
ये मौसम प्रणालियां लाएंगी वर्षा
मौसम विशेषज्ञ एसके नायक बताते हैं कि निम्न दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के ऊपर विकसित हो रहा है।बाद में यह देश के मध्य भागों के साथ आगे बढ़ते हुए ट्रफ रेखा को दक्षिण की ओर खींचेगा। ट्रफ रेखा मध्य प्रदेश और राजस्थान में मौसम की गतिविधियों को बढ़ाएगी, जबकि उत्तरी राज्य पंजाब और हरियाणा मानसून में कमी होगी। वे आगे बताते हैं, एक अपरूपण क्षेत्र मध्य क्षोभमंडल स्तरों में दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत पर लगभग 10 डिग्री उत्तरी अक्षांश के साथ चलायमान है। अगले 4-5 दिनों के दौरान इसके उत्तर की ओर धीरे-धीरे शिफ्ट होने की संभावना है।
वहीं एक उत्तर-दक्षिण ट्रफ दक्षिणी छत्तीसगढ़ से कोमोरिन क्षेत्र तक निचले क्षोभमंडल स्तर पर चलायमान है। इधर औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर अपनी सामान्य स्थिति के उत्तर में और पूर्वी छोर की तलहटी की हिमालय के करीब स्थित है। इसके अगले तीन-चार दिनों के दौरान अपनी सामान्य स्थिति के उत्तर में या हिमालय की तलहटी में रहने की संभावना है। वर्तमान में औसत समुद्र तल पर मानसून की ट्रफ अब अमृतसर, करनाल, बरेली, बहराइच से तथा वहां से पूर्व की ओर हिमालय की तलहटी में होकर गुजर रही है। इन वजहों से आने वाले दिनों में अच्छी वर्षा होने की संभावना है।