Commonwealth Games 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 की शुरुआत से पहले भारत को करारा झटका लगा है। टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग नहीं लेंगे। बीते दिनों विश्व एथलेटिक्स में सिल्वर जीतने वाले नीरज चोट के कारण राष्ट्रमंडल खेल से बाहर हो गए हैं। भारत हमेशा कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार प्रदर्शन करता रहा है। टॉप 3 में जगह पक्की रहती है। इस बार हर किसी को नीरज चोपड़ा से गोल्ड मेडल की उम्मीद थी। हालांकि नीरज ने खुद बताया कि वह चोट के कारण इन खेलों में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
एक महीने आराम की सलाह
वर्ल्ड एथलेटिक्स इवेंट के बाद नीरज चोपड़ा का एमआरआई स्कैन हुआ। जिसमें ग्रोइन इंजरी का पता चला। ऐसे में डॉक्टर्स ने नीरज को एक महीने तक आराम करने की सलाह दी है। इस कारण वह कॉमनवेल्थ गेम्स से बाहर हो गए हैं। 5 अगस्त को जैवलिन थ्रो का इवेंट है। अब भारत की उम्मीदें डीपी मनु और रोहित यादव से हैं।
विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जीता सिल्वर
नीरज चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रविवार को चौथे प्रयास में 88.13 मी. जैवलिन फेंका। वे दूसरे स्थान पर रहे और सिल्वर पदक जीता। स्पर्धा के 39 साल के इतिहास में यह भारत का पहला सिल्वर मेडल है। 2003 में लॉन्ग जम्प में अंजू बॉबी जॉर्ज ने ब्रॉन्ज जीता था। 24 वर्षीय नीरज इस टूर्नामेंट में सिल्वर जीतने वाले पहले एशियन जैवलिन थ्रोअर बन गए हैं। नीरज चोपड़ा की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। उनका पहला थ्रो फाउल रहा। उन्होंने दूसरा थ्रो 82.39 मीटर, तीसरा 86.37 मीटर, चौथा 88.13 मीटर और अंतिम दो थ्रो भी फाउल रहे। नीरज क्वालिफाइंग राउंड में 88.39 मी. थ्रो कर टॉप पर रहे थे। ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने 90.54 मी. जैवलिन फेंककर स्वर्ण जीता। वे टाइटल बचाने वाले दूसरे जैवलिन थ्रोअर हैं। उनसे पहले, चेक रिपब्लिक के जेन जेलेन्जी ने 1993 और 1995 में ऐसा किया था।