Maharashtra Political Crisis: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ महाराष्ट्र में सियासी अस्थिरता थमने का नाम नहीं ले रही है। शिवसेना में उद्धव ठाकरे गुट और एकनाथ शिंदे गुट, दोनों ही अपनी ताकत दिखाने में लगे हैं। अब ये सियासी घमासान सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) पहुंच गया है। शिंदे गुट ने महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर के फैसले पर कानूनी राय ली और कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया। याचिका में सुप्रीम कोर्ट से विधानसभा के उपसभापति (Deputy Speaker) को विधायकों के खिलाफ अयोग्यता की कार्रवाई से रोकने की मांग की गई है। वहीं अजय चौधरी के विधायक दल का नेता बनाए जाने को भी चुनौती दी गई है। शिंदे गुट ने मांग की है कि इस मामले पर सोमवार को ही सुनवाई हो। शिंदे गुट का कहना है कि डिप्टी स्पीकर को नोटिस का जवाब देने के लिए बागी विधायकों को कम से कम 7 दिन का समय देना चाहिए था। इस याचिका के जरिए शिंदे गुट ने विधानसभा के डिप्टी स्पीकर के अधिकार को सीधे तौर पर चुनौती दी है।
इस बीच केंद्र सरकार ने बागी विधायकों को Y प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी है। बागी विधायकों की सुरक्षा के लिए हर समय CRPF के जवान तैनात रहेंगे। वहीं उद्धव ठाकरे को एक और बड़ा झटका लगा है। अब तक उद्धव ठाकर के साथ खड़े दिख रहे मंत्री उदय सामंत ने भी एकनाथ शिंदे खेमे को ज्वाइन कर लिया है। उद्धव कैबिनेट के अभी तक करीब 8 मंत्री शिंदे गुट में शामिल हो चुके हैं। समाचार एजेंसी एएनआई ने जानकारी दी है कि उदय सामंत विमान से गुवाहटी के लिए रवाना हो चुके हैं। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भी अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने आज मुंबई सीपी को चिट्ठी लिखी है और बागी विधायकों की सुरक्षा के लिए निर्देश दिए हैं।
संजय राउत की धमकी, हजारों शिव सैनिकों को हमारे एक इशारे का इंतजार
वहीं दूसरी ओर संजय राउत के आग उगलते बयान आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। अब संजय राउत ने बागी विधायकों पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है कि आप कब तक गुवाहाटी में छिपे रहेंगे? आपको चौपाटी (मुंबई) आना होगा। वहीं बौखलाए संजय राउत ने आज फिर धमकी देते हुए कहा कि लोग उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना पर भरोसा रखेंगे। शनिवार को उद्धव ठाकरे ने कहा कि जो लोग बाहर गए हैं, वो शिवसेना नाम का इस्तेमाल ना करें और अपने बाप के नाम का इस्तेमाल करें और वोट मांगें। राउत ने कहा कि उन्हें जो करना है करने दो, मुंबई में तो आना पड़ेगा ना। वहां बैठकर हमें क्या सलाह दे रहे हैं? हजारों लाखों शिवसैनिक हमारे एक इशारे का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन हमने अभी भी संयम रखा है।
आदित्य ठाकरे बोले, हमारे विधायकों पर खर्च किए जा रहे लाखों रुपए
आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारे उन विधायकों पर लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, जिन्हें जबरन गुवाहाटी ले जाया गया। ठाकरे ने कहा कि रोज के वहां 9 लाख रुपए खर्च हो रहे हैं। उसी असम में लाखों की संख्या में बाढ़ पीड़ित हैं, वे अपनों के भरोसे रह गए हैं। पहली बार विपक्ष सत्ताधारी दल छोड़कर किसी गुट का समर्थन कर रहा है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि कई लोगों ने मुझसे कहा कि कई नेता आएंगे और जाएंगे लेकिन कोई भी इस सीएम जैसा नहीं होगा। वे पार्टी तोड़ने के लिए सूरत, फिर गुवाहाटी क्यों गए? वहां कई विधायक ऐसे दिखते हैं जैसे उन्हें वहां रहने के लिए मजबूर किया गया हो. 10-15 विधायक हमारे संपर्क में हैं और वे इसकी पुष्टि कर सकते हैं।
शिंदे बोले, MVA के चंगुल से मुक्त करना चाहता हूं शिवसेना
महाराष्ट्र में शिव सैनिकों की ओर से बागी विधायकों के कार्यालय पर तोड़फोड़ करने को लेकर एकनाथ शिंदे ने ट्वीट किया कि शिवसेना कार्यकर्ताओं को समझना चाहिए कि मैं शिवसेना और उसके कार्यकर्ताओं को MVA सरकार के चंगुल से मुक्त करना चाहता हूं और इसके लिए संघर्ष कर रहा हूं। शिंदे ने कहा कि मेरा यह कदम पार्टी कार्यकर्ताओं की बेहतरी के लिए है।