Thackeray vs Shinde Shiv Sena: digi desk/BHN/मुंबई/ महाराष्ट्र में सियासी घमासान जारी है। अब तक हाई प्रोफाइल ड्रामा हुआ, लेकिन तस्वीर साफ नहीं है कि आगे क्या होगा? सभी की नजर महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर पर रही। डिप्टी स्पीकर ने आज दो बड़े कदम उठाए। पहला- उनके खिलाफ शिंदे गुट द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया और दूसरा – बागी गुट के 16 विधायकों को नोटिस कर दिया गया है। उनके पास जवाब देने के लिए सोमवार शाम 5 बजे तक का मौका है। इस बीच, मुंबई से लेकर दिल्ली और गुवाहाटी तक बैठकों का दौर जारी है। उद्धव ठाकरे हर तरह का कार्ड खेल रहे हैं, वहीं संजय राउत की बयानबाजी भी जारी है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस भी Wait n watch की पॉलिसी अपनाए हुए हैं। भाजपा भी यही कर रही है, हालांकि अंदरखाने रणनीति पर काम पहले दिन से जारी है। पढि़ए महाराष्ट्र की सियासी उठापठक से जुड़ी हर खबर
डिप्टी स्पीकर ने खारिज किया अविश्वास प्रस्ताव: एकनाथ शिंंदे गुट के अविश्वास प्रस्ताव को महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर ने खारिज कर दिया है। एनसीपी कोटे से डिप्टी स्पीकर बनाए गए नरहरि जिरवाल ने कहा कि उन्हें अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस ईमेल के जरिए मिला। जबकि यह किसी विधायक द्वारा पहुंचाया जाना चाहिए था। डिप्टी स्पीकर का यह रुख बताया है कि दोनों पक्षों के बीच तनातनी अभी बढ़ने वाली है। मुंबई में धारा 144: मुंबई में धारा 144 लगू कर दी गई है। शिवसैनिकों के हंगामा की आशंका के बीच यह फैसला किया गया है।
नए नाम का ऐलान करेंगे एकनाथ शिंदे
शिवसेना आज दो गुट में बंट सकती है। एकनाथ शिंदे ने अपने गुट का नाम तय कर लिया है, जिसका औपचारिक ऐलान आज किया जाएगा। शिंदे गुट ने अपने नाम ‘बाला साहेब ठाकरे: शिवसेना’ रखा है। आज उद्धव ठाकरे की बैठक के बाद इसकी घोषणा की जा सकती है। शिंदे गुट का कहना है कि उनके साथ 40 विधायक हैं। अपने गुट के साथ बाला साहेब ठाकरे का नाम जोड़कर शिंदे इमोशनल कोर्ड खेलना चाहेंगे।
- – बागी विधायकों के खिलाफ शिवसैनिकों का गुस्सा खुलकर सामने आने लगा है। पुणे में एकनाथ शिंदे के दफ्तर पर हमला किया गया। वहीं तानाजी सावंत का दफ्तर पर भी हमले की सूचना है।
- – महाराष्ट्र में उन 38 विधायकों के परिजन की सुरक्षा वापस ले ली गई है, जिन्होंने उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ बगावत की है और गुवाहाटी की होटल में बैठे हैं। यह खबर सामने आने के बाद बागी गुट के मुखिया एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ ही प्रदेश के गृह मंत्री और डीजीपी को चिट्ठी लिखी है। शिंदे ने यह चिट्ठी ट्वीट करते हुए लिखा, हमारे परिवार की सुरक्षा करना सरकार जिम्मेदारी है।
- वहीं परिजन से सुरक्षा हटाए जाने के मुद्दे पर शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि सुरक्षा विधायकों को दी गई है, उनके परिवार को नहीं।
- – महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर आज शिंदे कैंप के 16 बागी विधायकों को नोटिस जारी कर सकते हैं। सरकार बचाने के लिए उद्धव ठाकरे का यह बड़ा दांव माना जा रहा है। यदि यह दांव सफल रहा तो बाजी पलट भी सकती है। वहीं उद्धव ठाकरे ने आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। एकनाथ शिंदे के बागी होने के बाद नई कार्यकारिणी का गठन हो सकता है।
- – यह साफ हो चुका है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस्तीफा नहीं देंगे, लेकिन एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में विद्रोह से उत्पन्न राजनीतिक संकट के कारण विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करेंगे। उद्धव और राकांपा प्रमुख शरद पवार के बीच शुक्रवार शाम ‘मातोश्री’ (उद्धव का निजी आवास) पर हुई बैठक में रणनीति पर सहमति बनी।
- – भाजपा शिवसेना को खत्म करना चाहती है ताकि हिंदू वोट बंटे नहीं: शुक्रवार रात पार्टी पार्षदों को संबोधित करते हुए उद्धव ने शिंदे और भाजपा को शिवसेना कैडर और उसके मतदाताओं को छीनने की चुनौती दी। उन्होंने भाजपा पर शिवसेना को खत्म करने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया क्योंकि वह नहीं चाहती कि हिंदू वोट बंटे।