PM Modi Berlin Visit: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ अपनी तीन दिवसीय यूरोप दौरे में पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार को जर्मनी की राजधानी बर्लिन पहुंचे। पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत हुआ और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उन्होंने जर्मनी के चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ से मुलाकात की। चांसलर से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने छठे भारत-जर्मनी अंतर सरकारी विचार विमर्श IGC की सह अध्यक्षता की। इस बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी शामिल हुए। बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने बर्लिन में हरित और सतत ऊर्जा साझेदारी पर हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री की स्कोल्ज के चांसलर बनने के बाद पहली मुलाकात है। जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने पीएम मोदी को जून में G7 शिखर सम्मेलन में अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
मोदी के संबोधन की अहम बातें
- मेरे और मेरे प्रतिनिधिमंडल के गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए मैं चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ का धन्यवाद करता हूं। मुझे खुशी है कि इस वर्ष ये मेरी पहली विदेश यात्रा जर्मनी में हो रही है।
- लोकतांत्रिक देशों के तौर पर भारत और जर्मनी कई कॉमन मूल्यों को साझा करते हैं। इन साझा मूल्यों और साझा हितों के आधार पर पिछले कुछ वर्षों में हमारे द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
- हमारी पिछली IGC 2019 में हुई थी, तब से विश्व में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं। कोविड-19 महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर विनाशकारी प्रभाव डाला है।
- हाल की जियो पॉलेटिकल घटनाओं ने भी दिखाया कि विश्व की शांति और स्थिरता कितनी नाजुक स्थिति में है और सभी देश कितने इंटरकनेक्टेड हैं।
- यूक्रेन के संकट के आरंभ से ही हमने तुरंत युद्धविराम का आह्वान किया और इस बात पर जोर दिया था कि विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत ही एक मात्र उपाय है। हमारा मानना है कि इस युद्ध में कोई विजयी पार्टी नहीं होगी, सभी को नुकसान होगा, इसलिए हम शांति के पक्ष में हैं।
- आज हम हरित और सतत विकास पर इंडो-जर्मनी साझेदारी की शुरुआत कर रहे हैं।
- जर्मनी ने 2030 तक 10 बिलियन यूरो की अतिरिक्त विकास सहायता से भारत की हरित विकास योजना का समर्थन करने का निर्णय लिया है। हमने हरित हाइड्रोजन टास्क फोर्स की स्थापना की घोषणा की है।
- आज छठी IGC से भारत-जर्मनी भागीदारी को एक नई दिशा मिली है। इस IGC ने उर्जा और पर्यावरण दोनों क्षेत्रों में हमारे सहयोग को महत्वपूर्ण दिशा दिया है।
- मुझे विश्वास है कि आज किए गए निर्णयों का हमारे क्षेत्र और विश्व के भविष्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
आगे क्या है कार्यक्रम
पीएम मोदी इसके बाद कारोबारियों और भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे। बर्लिन के बाद प्रधानमंत्री तीन मई को डेनमार्क जाएंगे जहां वह अपनी समकक्ष मेटे फ्रेडरिक्सन से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इसके बाद डेनमार्क में ही वह द्वितीय भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। अपनी यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री मोदी फ्रांस जाएंगे और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे।