corona:newdelhi/ कोरोना के घटते संक्रमण को देखकर यदि आपको ऐसा लग रहा है कि अब यह काबू में है तो आप गलत सोच रहे हैं। भूलिये मत कि अब ठंड शुरू हो चुकी है और पिछले साल सर्दी के बाद ही यह पूरी दुनिया में तेजी से फैला था। डॉक्टरों ने चेताया है कि अब यह नए सिरे से बढ़ सकता है। इस बीच एक और महत्वपूर्ण बात का खुलासा हुआ है कि वे लोग जो घरों या कार्यालयों में अंदर रहते हैं, उन्हें कोरोना का खतरा बाहर रहने वालों की तुलना में अधिक है। इसके पीछे केवल मौसम ही वजह है। अमेरिका के पूर्व सर्जन जनरल भारतवंशी डा. विवेक मूर्ति ने कहा है कि कोरोना के फैलने का खतरा बाहर (आउटडोर) से ज्यादा अंदर (इनडोर) रहने वालों को होता है। पार्टी, डिनर के लिए लोग सामूहिक रूप से इकट्ठा हो रहे हैं, जिससे कोरोना की गति बढ़ने लगी है। उन्होंने कहा कि अब सर्दी का मौसम आ गया है।
ऐसे समय में हर कोई बाहर निकलने के बजाय अंदर ही रहना पसंद करता है। यह स्थिति कोरोना वायरस के लिए सबसे अनुकूल होती है। डा.विवेक मूर्ति ने अमेरिका में निरंतर बढ़ रहे मामलों को लेकर कहा है कि पहले लोग अपने दायरे में ही रहते थे, लेकिन अब यह दायरा तोड़ा जा रहा है। ये हमारे ऊपर है कि कोरोना को किस तरह से रोकें और अपने को सुरक्षित रखें।
एक सवाल के उत्तर में डा. मूर्ति ने कहा कि केस बढ़ने पर लॉक़डाउन बिना किसी मकसद के किया जाना गैर-जरूरी है। इससे आर्थिक व्यवस्था और खराब होने के अलावा कुछ भी हासिल नहीं होगा। डा.मूर्ति वर्तमान में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के द्वारा कोरोना नियंत्रण के लिए बनाई गई सलाहकार समिति के सह-अध्यक्ष हैं।