PM modi said that from the land of mahatma gandhi a gujarati name has been given to my friend dr tedros: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस घेब्रेयसस को उनके अनुरोध पर एक गुजराती नाम दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. टेड्रोस गेब्रेयसस को ‘तुलसी भाई’ नाम दिया है। गांधीनगर में ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट में डब्ल्यूएचओ प्रमुख से पीएम मोदी ने कहा, “मुझे आपको तुलसीभाई कहकर बहुत मजा आ रहा है।” पीएम मोदी ने कहा कि “डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस मेरे अच्छे दोस्त हैं। आज उन्होंने मुझसे कहा – ‘मैं एक पक्का गुजराती बन गया हूं। क्या आपने मेरे लिए एक नाम तय किया है?’ इसलिए मैं उन्हें तुलसीभाई कहूंगा। तुलसी एक ऐसा पौधा है जिसे आधुनिक पीढ़ियां भूल रही हैं। हमारी कई पीढ़ियों ने तुलसी की पूजा की है। इसलिए अब आप हमारे साथ हैं।”
दरअसल गुजरात के जामनगर में WHO ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन के उद्घाटन के दौरान WHO प्रमुख ने अपने संबोधन की शुरुआत गुजराती से की थी। उन्होंने हाथ जोड़कर नमस्कार किया और गुजराती में लोगों से पूछा ‘केम छो’? जब लोगों ने इसका जवाब दिया तो उन्होंने भी ‘मजा मा’ बोला। इसी कड़ी में अब उन्हें एक गुजराती नाम भी मिल गया है।
बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी ने गांधीनगर में वैश्विक आयुष निवेश एवं नवोन्मेष सम्मेलन में कहा कि वर्ष 2014 में आयुष क्षेत्र का बाजार तीन अरब अमेरिकी डॉलर का था, जो अब बढ़कर 18 अरब अमेरिकी डॉलर का हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत पारंपरिक उपचार पद्धतियों के लिए देश आने वाले लोगों के लिए जल्द आयुष वीजा श्रेणी शुरू करेगा। पीएम मोदी गुजरात में तीन दिवसीय वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक के अलावा मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ भी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि आयुष के क्षेत्र में निवेश और नवाचार की असीम संभावनाएं हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, “हम पहले से ही आयुष दवाओं, पूरक और सौंदर्य प्रसाधनों के उत्पादन में अभूतपूर्व उछाल देख रहे हैं.” पीएम मोदी ने कहा कि “हम एक विशेष आयुष हॉलमार्क बनाने जा रहे हैं। यह हॉलमार्क भारत में बने उच्चतम गुणवत्ता वाले आयुष उत्पादों पर लागू किया जाएगा।”