MP Board 12th Paper Leak: digi desk/BHN/ ग्वालियर/ माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की बोर्ड परीक्षा की शुरूआत आज 12वीं कक्षा के अंग्रेजी के पेपर से हुई। परीक्षार्थियों की बैठक व्यवस्था और जांच अच्छे से हो पाए, इसलिए सभी को एक घंटे पहले बुलाया गया। परीक्षा के लिए जिलेभर में 95 केंद्र बनाए गए थे। इनमें से 41 संवेदनशील और 6 अति संवेदनशील केंद्र हैं। सभी केंद्रों पर परीक्षार्थियों की एंट्री कोविड दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए कराई गई। इसमें पहले थर्मल स्क्रीनिंग कर परीक्षार्थियों के शरीर का तापमान नापा गया। उसके बाद उन्हें मास्क पहनने की हिदायत के साथ केंद्र में प्रवेश दिया गया। केंद्रों पर कोविड लक्षणों वाले या कोविड पाजिटिव परीक्षार्थियों के लिए आइसोलेशन रूम का भी इंतजाम किया गया था। रात में इंटरनेट मीडिया पर रात में अंग्रेजी का पर्चा वायरल हो गया था। लेकिन जांच के बाद यह पर्चा फर्जी निकला।
इस परीक्षा के दौरान सीसीटीवी कैमरों से परीक्षार्थियों पर नजर रखी गई। परीक्षा में नकल रोकने के लिए कुल 16 उड़नदस्ते तैयार किए गए हैं। इनमें आठ उड़नदस्ते जिला प्रशासन की ओर से और आठ उड़नदस्ते स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से तैयार किए गए हैं। इन उड़नदस्तों से संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केंद्रों पर विशेष निगरानी रखी। प्रत्येक परीक्षा केंद्र के बाहर पुलिसकर्मी भी ड्यूटी पर तैनात थे। इस दौरान केंद्रों के आसपास खड़े संदिग्ध लोगों को वहां से हट जाने के लिए भी कहा गया। बोर्ड परीक्षा के दौरान निजी स्कूल और कोचिंग संचालक अपना रिकार्ड बेहतर करने के लिए परीक्षार्थियों को नकल कराने के प्रयास करते हैं। ऐसे में इन संचालकों को हिदायत दी गई है कि वे केंद्रों से दूर रहें। यदि कोई भी निजी स्कूल या कोचिंग संचालक परीक्षा केंद्रों के पास नकल के इरादे से नजर आता है, तो उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता 1973 के तहत कार्यवाही की जाएगी। इस आशय की सूचना सभी परीक्षा केंद्रों पर बैनर लगाकर भी चस्पा की गई है।
व्हाट्सएप पर वायरल हुआ पर्चा, निकला
परीक्षा से पहले रात में व्हाट्सएप पर प्रश्नपत्र वायरल हो गया। हालांकि इस प्रश्नपत्र असली है या फर्जी, इस बारे में प्रशासन के लोग कुछ नहीं बोल रहे हैं। हालांकि बाद में पता चला कि पर्चा फर्जी था और छात्रों को बरगलाने वायरल किया गया था।