Union govt files draft papers with capital market regulator sebi for mega lic ipo: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ एलआइसी ने अपने प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आइपीओ) को शेयर बाजार में लाने के लिए रविवार को दस्तावेजों का मसौदा (डीआरएचपी) पूंजी बाजार नियामक सेबी के समक्ष दाखिल कर दिया। मसौदे के अनुसार सरकार एलआइसी के 31 करोड़ से अधिक इक्विटी शेयर बेचेगी। सरकार का लक्ष्य चालू वित्त वर्ष के अंत तक एलआइसी को शेयर बाजार में सूचीबद्ध कराने का है।
आइपीओ के सेबी के पास आवेदन
निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडे ने ट्वीट करके कहा, ‘एलआइसी के आइपीओ के लिए डीआरएचपी रविवार को सेबी के पास दाखिल कर दिया गया।’ दाखिल किए गए आवेदन के मुताबिक कंपनी की एंबेडेड वैल्यू 71.56 अरब डालर (लगभग 54 लाख करोड़ रुपये) आंकी गई है।
एक हिस्सा एंकर इन्वेस्टर के लिए आरक्षित
आइपीओ का एक हिस्सा एंकर इन्वेस्टर के लिए आरक्षित होगा। साथ ही 10 प्रतिशत हिस्सा एलआइसी के पालिसीधारकोंके लिए रिजर्व होगा। सरकार ने देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआइसी के आइपीओ को संपन्न कराने के लिए पिछले साल सितंबर में 10 मर्चेंट बैंकरों की नियुक्ति की थी। इनमें गोल्डमैन सैक्स, सिटीग्रुप और नोमुरा भी शामिल हैं। वहीं कानूनी सलाहकार के तौर पर सिरिल अमरचंद मंगलदास को नामित किया गया था।
एसबीआइ लाइफ से 16 गुना बड़ी है LIC
आकलन के मुताबिक एलआइसी की कुल संपत्ति देश के दूसरे सबसे बड़े निजी बीमाकर्ता एसबीआइ लाइफ की संपत्ति से 16.3 गुना ज्यादा है। इस संबंध में जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, एलआइसी 36.7 खरब एयूएम (एसेट अंडर मैनेजमेंट) के साथ भारत में सबसे बड़ा परिसंपत्ति प्रबंधक है। इसका एयूएम वित्त वर्ष 2011 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 18 प्रतिशत के बराबर था।
सरकार हासिल कर सकेगी विनिवेश का लक्ष्य
चालू वित्त वर्ष के लिए विनिवेश लक्ष्य को 1.75 लाख करोड़ से घटाकर 78,000 करोड़ रुपये किया गया है। हालांकि इस लक्ष्य को पाने के लिए भी एलआइसी को शेयर बाजार में सूचीबद्ध कराना जरूरी है। सरकार अब तक एयर इंडिया के निजीकरण और अन्य सरकारी उपक्रमों में अपनी हिस्सेदारी बेचकर करीब 12,000 करोड़ रुपये जुटा चुकी है।
दुनिया की शीर्ष 10 कंपनियों में शामिल
दुनिया की शीर्ष 10 बीमा कंपनियों में एलआइसी भी शामिल है। सूची में पांच बीमा कंपनियां चीन की हैं, जिसमें पिंग दुनिया का सबसे मूल्यवान इंश्योरेंस ब्रांड है। वहीं अमेरिका की दो और फ्रांस, जर्मनी और भारत की एक-एक कंपनी शामिल हैं। एलआइसी 8.656 अरब डालर (लगभग 64,722 करोड़ रुपये) के वैल्युएशन के साथ देश का सबसे मजबूत और सबसे बड़ा ब्रांड है। इसके साथ ही यह दुनिया का तीसरा सबसे मजबूत इंश्योरेंस ब्रांड भी है।
क्या होती है एंबेडेड वैल्यू
एंबेडेड वैल्यू (ईवी) एक स्वीकृत सामान्य मूल्यांकन प्रक्रिया है। इसका उपयोग मुख्य रूप से किसी बीमा कंपनी में शेयरधारकों के हितों की समेकित वैल्यू का आकलन करने के लिए जीवन बीमा कंपनियों द्वारा किया जाता है। इसकी गणना कंपनी की पूंजी और सरप्लस की नेट एसेट वैल्यू (एनएवी) को, कंपनी के भविष्य के लाभों की वर्तमान वैल्यू में जोड़ने के द्वारा की जाती है। इसे कभी-कभार मार्केट कंसिस्टेंट एंबेडेड वैल्यू (एमसीईवी) के नाम से भी जाना जाता है।