Covid-19 Symptoms: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) का कहर अभी खत्म नहीं हुआ है। वहीं ओमिक्रोन वैरिएंट (Omicron Variant) के केस भी तेजी से मिल रहा हैं। हालांकि कई राज्यों में मामलों में गिरावट आई है, लेकिन बच्चों के संक्रमित होने के केस बढ़ रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि वयस्कों के अपेक्षा बच्चों के बीमार होने की संभावना कम है। संक्रमित होने पर उनमें हल्के लक्षण देखे जाएंगे। वहीं बच्चों में बड़ों से अलग लक्षण देखने को मिल रहे हैं। 5 साल से छोटे बच्चों में कोरोना वायरस के कारण क्रुप (Croup) की शिकायत हो रही है। हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस तरह की खांसी बचपन में होना काफी सामान्य बात है।
क्या है क्रुप?
ऊपरी श्वसन संक्रमण के कारण बच्चों को क्रुप हो जाता है। यह एक सामान्य इंफेक्शन है। क्रुप आमतौर पर पैरैनफ्लुएंजा और सामान्य सर्दी के कारण होता है। इस बीमारी में वोकल कॉर्ड्स और गले के आसपास सूजन आती है। इसके कारण खांसने पर कुत्ते के भौंकने जैसी अजीब आवाज निकलती है। इसे ‘बार्किंग कफ’ (Braking Cough) भी कहा जाता है। डॉक्टर्स का कहना है कि क्रुप के साथ बुखार और गला बैठने जैसे लक्षण भी नजर आते हैं।
ओमिक्रोन और क्रुप का संबंध ?
क्रुप एक ऐसा संक्रमण है, जो फेफड़ों में वायुमार्ग में सूजन और संकीर्ण होने का कारण बनता है। यह कोरोना संक्रमित बच्चों में देखा गया है। यह उनके शारीरिक रचना और इसपर निर्भर करता है कि ओमिक्रोन बॉडी के कौन-से हिस्से को अधिक प्रभावित करेगा। कोरोना वायरस के पिछले वैरिएंट फेफड़ों में गहराई से जाकर निमोनिया का कारण बन रहेc थे। इसी कारण कोविड संक्रमित होने पर लोग नाक बहना, नाक का बंद होना, खांसी और गले में खराश का अनुभव कर रहे हैं।
बच्चों को क्रुप होने पर क्या करें?
अगर बच्चे में कोविड-19 के लक्षण दिखाई देते हैं। जिसमें क्रुप भी शामिल है। उनका टेस्ट करवाना चाहिए। तब तक टेस्ट की रिपोर्ट न आ जाएं। तब तक उन्हें परिवार के अन्य सदस्यों से दूर रखें। क्रुप के अधिकतर मामले हल्के होते हैं। यह घरेलू उपाय से भी ठीक हो जाते हैं। बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आए या निगेटिव डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।