Economic Survey 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल (Sanjeev Sanyal) और मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉक्टर वी अनंत नागेश्वरन (Dr. V Anantha Nageswaran) ने आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया। इस दौरान संजीव सान्याल ने कहा कि 2022-23 में भारत की जीडीपी में 8-8.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी का अनुमान है। उन्होंने कहा कि साल 2021 के दौरान लॉकडाउन और आपूर्ति श्रृंखला व्यवधानों के कारण मुद्रास्फीति में अवरोध देखा गया। इस साल पाबंदियों के हटने के चलते उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) 5.6 प्रतिशत रहा।
निजी खपत अभी भी कम
प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने कहा कि निर्यात में वृद्धि अर्थव्यवस्था के विकास का एक प्रमुख दृष्टिकोण रहा है। अब वे कोरोना महामारी से पहले के स्तर से काफी ऊपर है। हालांकि आयात में भी बहुत बढ़ोतरी हुई है। कुल मिलाकर जीडीपी कोविड-19 से पहले के स्तर से 1.3% ऊपर है। उन्होंने कहा, ‘कुल खपत में महामारी से पहले की तुलना में कमी आई है।’ अब सरकारी खपत में काफी मजबूती देखी जा रही है, लेकिन निजी खपत अभी भी काफी कम है।
कृषि क्षेत्र में लॉकडाउन कम प्रभावित हुआ
संजीव सान्याल ने कहा कि सर्विस सेक्टर का वो हिस्सा जिसमें पर्यटन, यात्रा और होटल शामिल है। अभी भी महामारी से पहले के स्तर से 8.5% नीचे है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जो अभी भी प्रभावित है। प्रधान आर्थिक सलाहकार ने कहा, ‘कृषि क्षेत्र लॉकडाउन में बहुत कम प्रभावित हुआ।’ इसमें 2020-21 और फिर 2021-22 में भी बढ़ोतरी देखी गई। औद्योगिक क्षेत्र में इस दौरान गिरावट देखी गई। अब यह महामारी से पहले के स्तर से लगभग 4.1% ऊपर है।
सर्विस सेक्टर सबसे अधिक प्रभावित
संजीव सान्याल ने आगे कहा कि लॉकडाउन से सर्विस सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। अब यह क्षेत्र महामारी से पहले के स्तर से थोड़ा नीचे है। उन्होंने कहा, ‘पिछले वर्ष अर्थव्यवस्था में 7.3% की गिरावट के बाद इस वर्ष अर्थव्यवस्था में 9.2% बढ़ने का अनुमान है।’