Big negligence in ration shop rice got urea distributed: digi desk/BHN/छिंदवाड़ा/ हर्रई क्षेत्र के अंतर्गत सुरला खापा ग्राम में आने वाली राशन दुकान में ग्रामीणों को यूरिया में चावल का वितरण कर दिया गया। जानकारी लगने के बाद ही पूरे विभाग में हड़कंप मच गया है। मामले की भनक लगते ही विभाग ने 4 सदस्यीय जांच दल बनाकर पूरे मामले की बारीकी से जांच करने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल, मामला हर्रई क्षेत्र के अंतर्गत सुरलाखापा ग्राम का है जहां पर राशन दुकान से लगभग 5 परिवारों को यूरिया मिला चावल का वितरण कर दिया गया। जब महिलाओं ने घर जाकर देखा तो दूसरे दिन चावल को वापस राशन दुकान में लाकर इसकी सूचना दी गई। जिसके बाद दुकान संचालक ने तुरंत दूसरा चावल दे दिया परंतु चावल में यूरिया कैसे मिल गया, यह अभी भी संशय बना हुआ है। जबकि बताया जाता है कि अनाज और यूरिया के गोदाम अलग-अलग हैं तो फिर चावल में यूरिया कैसे मिल गया। उधर प्रबंधक ने भी सफाई देते हुए कहा कि चावल की बोरियां हाथों से सिली हुई मिली है। जिसके चलते यह सब हुआ होगा। हालांकि खैरियत की बात यह है कि जिन परिवारों को यूरिया मिले चावल का वितरण हुआ उनमें किसी ने भी यह खाया नहीं। जिसके चलते अभी ऐसी कोई बुरी खबर सामने नहीं आई। हालांकि इस पूरे मामले पर बड़ी कार्रवाई क्या होती है यह देखने लायक होगा, क्योंकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसमें परिवहन करता को दोषी माना जा रहा है। जबकि मामला कुछ और ही समझ आ रहा है। इस मामले में जिला सहायक खाद्य आपूर्ति अधिकारी अंजू मरावी ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। वही इस पूरे मामले पर एसडीएम सहित चार सदस्यीय दल जिसमे तहसीलदार, सहकारिता विभाग से कनिष्ठ अधिकारी और कृषि विभाग एसएडीओ बारीकी से मामले की जांच कर रहे हैं।
सुरलाखापा सहकारी समिति अंतर्गत आने वाले लगभग 18 राशन दुकानों में से 6 से 8 दुकानों में अभी तक राशन ही वितरण नहीं हुआ है। मामले में परिवहन की समस्या बताई जा रही है। इसी सहकारी समिति के अंतर्गत करेर गांव और अमरवाड़ा अंतर्गत मोहली भारत में भी राशन वितरण में गड़बड़ी के आरोप लगाए गए हैं। दूरगामी क्षेत्र होने के कारण कई बार कई लोगों को राशन नहीं मिल पाता है यही नहीं कई बार तो महीनों का राशन भी गोल हो जाते हैं और मामले की भनक तक नहीं लगती।