Complete Lockdown 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ देश में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। ताजा खबर यह है कि बीते 24 घंटे में देशभर में कोरोना के 2,71,202 नए केस सामने आए हैं। यह आंकड़ा एक दिन पहले से 2,369 अधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार सुबह जारी आकंड़ों के मुताबिक, इस दौरान 314 मरीजों की मौत हुई है और 1,38,331 ठीक हुए हैं। अभी देस में कोरोना के 15,50,377 एक्टिव मरीज हैं। देश में दैनिक पॉजिटिविटी रेट 16.28% पहुंच गया है। ओमिक्रोन के कुल मरीजों की संख्या 7,743 पहुंच गई है। दिल्ली और मुंबई में कोरोनो वायरस के सबसे ज्यादा केस सामने आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि यहां कोरोना की तीसरी लहर अपने चरम पर पहुंच गई है। आने वाले दिनों में यहां केस में कमी देखने को मिल सकती है।
भारत में यहां लगा है टोटल लॉकडाउन
भारत में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। इसे ही कोरोना की तीसरी लहर बताया जा रहा है। राहत वाली बात यह है कि इस बार मरीज उस स्तर तक बीमार नहीं हो रहे हैं, जैसा कि दूसरी लहर में देखने को मिला था। मरीज जल्दी ठीक हो रहे हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ रही है। बहरहाल, जिन प्रदेशों में केस तेजी से बढ़ रहे हैं, वहां कुछ पाबंदियां लगाई गई हैं। चेन्नई देश के उन बड़े शहरों में शामिल हैं जहां संक्रमण दर अधिक है। यही कारण है कि यहां हर रविवार को टोटल लॉकडाउन (Complete Lockdown) का ऐलान किया गया है। इसी तरह तमिलनाडु के अन्य क्षेत्रों में सख्ती बरती जा रही है।
तमिलनाडु में Complete Lockdown के नियम
- 6 जनवरी से लगाया गया नाइट कर्फ्यू इस महीने के अंत तक जारी रहेगा।
- सरकार ने कहा कि 16 जनवरी (रविवार) को पूर्ण तालाबंदी होगी।
- मध्य जनवरी के पोंगल (फसल) त्योहार के मद्देनजर, सरकार ने 75 प्रतिशत लोगों के साथ सरकारी बसों में यात्रा की अनुमति दी है ताकि लोग अपने मूल जिलों तक पहुंच सकें।
- इसके अलावा, भीड़ को रोकने के लिए सभी धार्मिक स्थलों में 14 से 18 जनवरी तक पूजा-अर्चना पर रोक लगा दी गई है।
- रेस्तरां की टेक अवे सेवा और थिएटर से संबंधित अन्य प्रतिबंध इस महीने के अंत तक जारी रहेंगे।
- कक्षा 1 से 10 तक के लिए कोई सीधी कक्षा नहीं
कोरोना से मौत के कम आंकड़े देने संबंधी खबरें भ्रामक : केंद्र
इस बीच, केंद्र सरकार ने मीडिया में आई उन खबरों को गलत, तथ्यहीन और भ्रामक बताया है जिसमें कहा गया है कि कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर में हुई मौतों की संख्या कम बताई गईं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बयान जारी कर मीडिया की खबरों में किए गए दावों को गलत बताया है। इसमें कहा गया है कि कोरोना महामारी की पहली दो लहरों में हुई मौतों के सरकारी आंकड़े बहुत कम हैं। इनमें यह भी दावा किया गया है कि दोनों लहरों में कम से कम 30 लाख से ज्यादा लोगों की जान गई है।
बयान में कहा गया है कि देश में जन्म और मृत्यु दर्ज करने की ठोस व्यवस्था है। ग्र्राम पंचायत स्तर से लेकर जिला और राज्य स्तर तक यह सुव्यवस्थित तरीके से किया जाता है। यह पूरी प्रक्रिया भारत के महापंजीयक की निगरानी में होती है। कोरोना से होने वाली मौतों को दर्ज करने की व्यवस्था भी सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर बनाया है। कोरोना से होने वाली मौतों की सूचना राज्यों की तरफ से मुहैया कराई जाती हैं। केंद्र के स्तर पर उनका सिर्फ संकलन किया जाता है।