SA vs IND, Third Test Preview: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 11 जनवरी, मंगलवार से इस सीरीज का निर्णायक मैच शुरु होनेवाला है। दोनों ही टीमें 1-1 मैच जीत चुकी हैं और इसलिए आखिरी मैच काफी अहम और रोमांचक होनेवाला है। भारतीय टीम की बात करें तो इस मैच में कप्तान विराट कोहली की वापसी हो सकती है। लेकिन इसका मतलब होगा हनुमा विहारी को फिर से बेंच पर बैठना होगा। वहीं मोहम्मद सिराज के चोटिल होने की वजह से ईशांत शर्मा या उमेश यादव में से किसी एक को मौका मिल सकता है। लेकिन सवाल ये है कि आखिर किसे चुनना बेहतर होगा?
विराट की होगी वापसी
भारतीय टीम के नियमित टेस्ट कप्तान विराट कोहली पीठ के दर्द की वजह से जोहैनेसबर्ग में हुए दूसरे टेस्ट में नहीं खेल पाये थे। इस बात की काफी उम्मीद है किकेपटाउन में खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट में वह वापसी कर सकते हैं।केएल राहुल ने भी कहा था कि विराट अब अच्छा महसूस कर रहे हैं, उन्होंने पिछले कुछ दिनों में नेट्स किए हैं, क्षेत्ररक्षण किया और मैदान के चारों ओर दौड़ भी लगाई। बाद में प्रेस कांफ्रेंस में मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने भी इसी तरह की बात कही। द्रविड़ ने कहा, “मैंने अभी तक फ़िजियो के साथ विस्तार से बात नहीं की है, लेकिन जो कुछ भी मैं सुन रहा हूं उनके साथ बातचीत करने से, मुझे लगता है कि वह वास्तव में सुधार कर रहे हैं और चार दिनों के समय में खेलने के लायक हो जाने चाहिए।”
अगर कोहली वापस आते हैं, तो इसका मतलब यह हो सकता है कि भारत की दूसरी पारी में नाबाद 40 रनों की पारी खेलने वाले हनुमा विहारी की बेंच पर वापसी हो सकती है। वैसे कोच द्रविड़ ने विहारी की तारीफ़ की। द्रविड़ ने कहा, “सबसे पहले मुझे लगता है कि विहारी ने इस टेस्ट मैच में वास्तव में दोनों पारियों में अच्छा खेला। मुझे लगता है कि पहली पारी में वह दुर्भाग्य से आउट हुए। एक गेंद असीमित उछाल के साथ आई और उनकी उंगलियों पर लग गई और पास खड़े क्षेत्ररक्षक ने एक कठिन कैच पकड़कर उन्हें आउट किया। उन्होंने दूसरी पारी में खूबसूरती से बल्लेबाज़ी की, जिससे हमें बहुत आत्मविश्वास मिला।” हालांकि उन्होंने कहा कि युवा खिलाड़ियों को हमेशा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी बारी का इंतज़ार करना पड़ता है। खास तौर पर पिछले मैच में पुजारा और रहाणे के अर्धशतक जमाने के बाद उन्हें हटाकर हनुमा विहारी को मौका दिये जाने की गुंजाइश नहीं दिखती।
तेज गेंदबाजों में किसे मिलेगा मौका
मोहम्मद सिराज के चोटिल होने के बाद टीम इंडिया के पास दो विकल्प बचते हैं – उमेश यादव और ईशांत शर्मा।2018 की शुरुआत से कम से कम 10 टेस्ट खेलने वाले भारत के सीम गेंदबाजों में उमेश यादव और इशांत शर्मा का सबसे बढ़िया औसत है, जो क्रमश: 21.26 और 21.37 का है। इस अवधि के दौरान भारतीय सीम गेंदबाज़ों की सूची में यह सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा है। हालांकि इसके बावजूद उमेश यादव और इशांत शर्मा साउथ अफ़्रीका में पहले दो टेस्ट मैचों में टीम से बाहर थे। लेकिन वो जानते थे कि इस सीरीज़ में कभी ना कभी टीम को उनकी ज़रूरत पड़ेगी।उनमें से कम से कम एक के लिए, वह क्षण मंगलवार को आ सकता है।
पिछली बार इंग्लैंड में हुई टेस्ट सीरीज के चौथे टेस्ट में कप्तान विराट कोहली ने इशांत और मोहम्मद शमी दोनों टीम से बाहर रखा और उमेश यादव को शामिल किया गया था। उस दौरान उन्होंने प्रत्येक पारी में तीन विकेट लेकर भारत के सबसे सफल गेंदबाज़ के रूप में वापसी की थी। इससे पहले हेडिंग्ले में ईशांत शर्मा का प्रदर्शन निराशाजनक था। वह इंग्लैंड की पारी में कोई भी विकेट नहीं ले पाए।
फऱवरी 2020 के अंत में भारत के न्यूज़ीलैंड दौरे पर उनके जाने की संभावना नहीं दिख रही थे, लेकिन उन्हें शामिल किया गया। वहां पहले टेस्ट में उन्होंने पांच विकेट लिए, जबकि दूसर टेस्ट में उन्हें मौका नहीं मिला। चोट की वजह से उनका 2020 का आईपीएल सीज़न भी जल्दी समाप्त हो गया, और उन्हें 2020-21 का ऑस्ट्रेलिया दौरा भी छोड़ना पड़ा। कुल मिलाकर चोटों की वजह से उनका करियर कई सालों से कभी रुकता तो कभी चलता दिखाई देता है। 2018 में हेडिंग्ले के बाद से, इशांत ने भारत के पांच टेस्ट मैचों में से केवल एक टेस्ट खेला है, जो न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ कानपुर में खेला गया था। ऐसे में इस बात की संभावना ज्यादा बनती है कि विराट कोहली उमेश यादव को मौका दें।