MP cm shivraj said dogs drag the innocent daughter into the market what would be more unfortunate than this: digi desk/BHN/भोपाल/ शहर में किसी बच्ची को कुत्ते नोच लें, ये भोपाल क्या पूरे मध्य प्रदेश में नहीं चलेगा। एक मासूम बेटी को भरे बाजार में कुत्ते घीसटते हैं, इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण क्या हो सकता है। जो करना हो कीजिए, लेकिन मुझे ये आतंक नहीं चाहिए। राजधानी की अंजलि विहार कालोनी में शनिवार शाम तीन साल की गुड्डी पर हुए कुत्तों के हमले और घटना के बाद उसके इलाज में हुई लापरवाही को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को भोपाल के अधिकारियों को ये सख्त निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने इस मामले को लेकर मंत्रालय में भोपाल संभागायुक्त गुलशन बामरा, कलेक्टर अविनाश लवानिया, नगर निगम आयुक्त केवीएस चौधरी कोलसानी और हमीदिया अस्पताल के अधिकारियों की बैठक बुलाई। बैठक में उन्होंने खासतौर से घटना के बाद इलाज में हुई लापरवाही का जिक्र करते हुए कहा कि बच्ची हर हालत में सुरक्षित रहे। उसके इलाज की पूरी व्यवस्था करें। परिवार की पूरी चिंता करें। इलाज के लिए किसी को भी परेशान नहीं होना चाहिए। मुझे कार्रवाई चाहिए, कारण नहीं जानना है। कुत्ते के काटने के दुष्प्रभाव होते हैं, इसका ध्यान रखना होगा। आगे इस तरह की कोई घटना न हो, इसके पुख्ता इंतजाम किए जाएं।
उन्होंने कहा कि राजधानी में जब इस तरह आवारा कुत्ते बच्चों पर हमले कर रहे हैं तो फिर अन्य जिलों में हालात कैसे होंगे? नगर निगम आवारा कुत्तों को नियंत्रित करने का काम करता है, लेकिन इस घटना से ऐसा प्रतीत नहीं होता है। नगर निगमों द्वारा चलाए जाने वाले आवारा कुत्तों की नसबंदी अभियान पर भी सीएम नाराज हुए और कहा कि इन घटनाओं को देखकर समझा जा सकता है कि ऐसे अभियानों का परिणाम क्या आ रहा है? यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके लिए सभी एजेंसियां मिलकर काम करें और परिणाम नजर आने चाहिए। बैठक में कलेक्टर ने बताया कि बच्ची पूरी तरह सुरक्षित है। रेडक्रास से परिवार को 25 हजार रुपये की मदद भी दिलवाई गई है।