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सरकारी अधिकारियों की रिटायरमेंट आयु सीमा बढ़ाने की तैयारी, पेंशन कटौती का भी प्रस्‍ताव

7th Pay Commission :newdelhi/ सेना के अधिकारियों के लिए यह काम की खबर है। यह उनकी रिटायरमेंट की उम्र और पेंशन से जुड़ी है। असल में, सरकार अब सेना के अधिकारियों के रिटायरमेंट की आयु सीमा बढ़ाने की तैयारी कर रही है। इस प्रस्‍ताव के साथ पेंशन में कटौती के भी प्रस्‍ताव पर विचार चल रहा है। डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स (डीएमए) की ओर से आरंभ किए गए सुधारों के चलते समय से पहले ही रिटायरमेंट लेने पर पेंशन राशि में कटौती का भी प्रस्ताव किया गया है। सेवा काल पूरा होने के समय से पहले रिटायरमेंट लेने पर पेंशन में कटौती का भी प्रस्ताव सामने लाया गया है। इसके बाद अब कर्नल और उसके समकक्ष अधिकारी 57 साल की उम्र तक काम कर सकेंगे। चर्चा हो जाने के बाद इन प्रस्तावों को जल्द से जल्द लागू करने की योजना भी है।

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार जो प्रस्‍ताव पेश किए गए हैं उनमें सेना के कनर्ल और एयरफोर्स एवं नेवी में इनके समकक्ष अफसरों की आयु सीमा का जिक्र किया गया है। इनकी रिटायरमेंट की उम्र 54 साल से बढ़ाई जाकर 57 साल तक किए जाने की बात को प्रस्‍ताव में शामिल किया गया है। इसी प्रकार ब्रिगेडियर एवं इनके समकक्ष अफसरों की आयु 56 वर्ष से बढ़ाकर 58 साल करने की एवं मेजर जनरल एवं इनके समकक्ष अफसरों की आयु सीमा 58 से बढ़ाकर 59 साल तक किए जाने का प्रस्‍ताव रखा गया है। लॉजिस्टिक, टेक्निकल और मेडिकल कोर में जूनियर कमिशंड ऑफिसर (JCO) और जवानों की रियाटरमेंट की आयु 57 साल करने का प्रस्ताव किया गया है। इसमें थल सेना की इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स (EME), आर्मी सर्विस कोर (ASC) और (आर्मी ऑर्डिनेंस कोर) AOC इकाइयां भी शामिल होंगी। जिन समकक्ष अधिकारियों की सेवानिवृत्त आयु में कोई बदलाव नहीं किया गया है, उसमें लेफ्टिनेंट जनरल रैंक को लाया गया है। यह पहले की तरह ही 60 साल ही बनी रहेगी। वर्तमान में डीएमए CDS चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल बिपिन रावत के नेतृत्व में काम करता है।

पेंशन में कटौती का भी प्रस्‍ताव

सेना में अधिकारियों को बनाए रखने के लिए समय से पहले रिटायरमेंट पर पेंशन में कटौती का प्रस्ताव किया गया है। प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि शीर्ष पदों पर कम वेकेंसी होने की वजह से कई अधिकारी सेना छोड़ देते हैं। कई स्पेशलिस्ट अन्‍य सेक्टर में काम करने के लिए नौकरी छोड़ देते हैं। इससे सेना में अच्छे अधिकारियों की कमी हो जाती है, जो उसके लिए बेहतर नहीं है। प्रस्ताव में कहा गया है कि 20 से 25 साल की सर्विंस में 50 फीसदी पेंशन, 26 से 30 साल की सर्विंस में 60 प्रतिशत, 31 से 35 साल की सर्विंस में 75 प्रतिशत और 35 साल से ज्यादा की सर्विंस में पूरी पेंशन दी जाएगी।

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