Omicron Variant mha extends covid containment measures till december 31 considering emergence:digi desk/BHN/नई दिल्ली/देश में फिलहाल ओमिक्रोन वैरिएंट का एक भी केस नहीं है, लेकिन वैश्विक स्तर पर उभर रही इसकी चुनौतियों से निपटने में सरकार जुट गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नए वैरिएंट को देखते हुए कंटेनमेंट की गाइडलाइंस को 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया है। राज्यों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने टेस्टिंग और ट्रैकिंग के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइंस का कड़ाई से पालन करने को कहा है।
ओमिक्रोन को लेकर सरकार सतर्क, टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों के साथ बैठक की और टेस्टिंग, ट्रैकिंगऔर आइसोलेशन के पुराने फार्मूले को कड़ाई से पालन पर जोर दिया। उन्होंने साफ कर दिया कि आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट ओमिक्रोन वैरिएंट की पहचान करने में पूरी तरह सक्षम है। बैठक में कोरोना के सभी पाजिटिव मामलों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजने का फैसला लिया गया, ताकि ओमिक्रोन समेत तमाम वैरिएंट की तत्काल पहचान की जा सके। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यसभा में बताया कि ओमिक्रोन वैरिएंट अभी तक दुनिया के 14 देशों में पाया गया है। भारत में इसका एक भी मामला सामने नहीं आया है। उनके अनुसार सरकार नए वैरिएंट से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
विदेश से आने वालों का तय किया जाए आरटी-पीसीआर टेस्ट
वहीं राज्यों के साथ बैठक में राजेश भूषण ने आरटी-पीसीआर व रैपिड एंटीजन टेस्ट में ओमिक्रोन वैरिएंट के नहीं पकड़े जाने की अफवाहों को खारिज करते हुए टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दिया। उनका कहना था कि टेस्टिंग, ट्रैकिंग और आइसोलेशन के सहारे नए वैरिएंट को भी तेजी से फैलने से रोका जा सकता है। उन्होंने राज्यों को विदेश से आने वाले यात्रियों की आरटी-पीसीआर टेस्ट सुनिश्चित करने और निगेटिव पाने की स्थिति में भी आठवें दिन फिर से टेस्ट कर सुनिश्चित करने को कहा।
मौजूदा स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा
भूषण ने दूसरी लहर के बाद राज्यों में लगाए गए आक्सीजन प्लांट, जरूरी दवाइयों के स्टाक और इलाज के लिए तैयार किए गए आइसीयू और आक्सीजन बेड तथा वेंटिलेटर की उपलब्धता की भी समीक्षा की।
टीकाकरण तेज करने की सलाह
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) और टीकाकरण पर गठित टास्क फोर्स के प्रमुख डा. वीके पाल ने ओमिक्रोन वैरिएंट को महामारी के भीतर महामारी बताते हुए इससे बचाव के लिए बड़ी सभाओं से बचने और टीकाकरण अभियान और तेज करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि सभी वयस्क लोगों को टीके की पहली डोज और समय सीमा बीत जाने के बाद भी दूसरी डोज नहीं लेने वाले का संपूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए हर घर दस्तक अभियान को 30 नवंबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर तक कर दिया गया है। उनका कहना था कि राज्यों के पास टीके पर्याप्त स्टाक मौजूद है, लेकिन हर व्यक्ति तक उसे पहुंचाना जरूरी है।