Naxals killed in encounter in gadchiroli forest: digi desk/BHN/मुंबई/महाराष्ट्र में मुंबई से 900 किलोमीटर दूर पूर्वी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में शनिवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में 27 नक्सली मारे गए। इस दौरान चार जवान भी घायल हो गए। जिला पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने कहा कि हमने जंगल से अब तक 27 नक्सलियों के शव बरामद किए हैं। गोयल ने कहा कि मुठभेड़ सुबह मर्दिनटोला वन क्षेत्र के कोरची में उस समय हुई, जब सी-60 पुलिस कमांडो की एक टीम अतिरिक्त एसपी सौम्या मुंडे के नेतृत्व में तलाशी अभियान चला रही थी।
हालांकि अभी तक मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक उनमें एक शीर्ष विद्रोही नेता के शामिल होने का संदेह है। अधिकारियों ने पहले कहा था कि कार्रवाई में चार पुलिस कर्मी भी गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए हेलीकाप्टर से नागपुर ले जाया गया। जिला छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित है।
शीर्ष कमांडर भी मारा गया
महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने कहा कि मुझे गढ़चिरौली में नक्सल विरोधी अभियान में 26 नक्सलियों के साथ एक शीर्ष नक्सली कमांडर के मारे जाने की जानकारी है। मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा रही है। गढ़चिरौली में नक्सल विरोधी अभियान में घायल हुए चार पुलिस जवानों को एयरलिफ्ट कर नागपुर के आरेंज सिटी हास्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के क्रिटिकल केयर कॉम्प्लेक्स में भर्ती कराया गया है।
6 घंटे चली मुठभेड़
इसी बीच गढ़चिरौली के ग्यारबत्ती-कोडगुल जंगल के पास गढ़चिरौली की पुलिस ने घेराबंदी कर दी। इसमें नक्सली फंस गए। इसके बाद करीब छह घंटे लगातार मुठभेड़ हुई, जिसमें करीब 27 नक्सली मार गिराए गए। मुठभेड़ में बड़े नक्सलियों के मारे जाने की भी खबर है। इसमें एमएमसी जोन के इंचार्ज दीपक तेलतुमड़े का नाम भी सामने आ रहा है। गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल का कहना है कि मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। पुलिस की टीम शवों को बरामद करने में जुटी है। इसके बाद ही मारे गए नक्सलियों की वास्तविक संख्या और उनकी पहचान की जाएगी। इधर, मुठभेड़ को लेकर राजनांदगांव पुलिस की टीम भी अलर्ट हो गई है। इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।
मई में 13 मारे गए थे 13 नक्सली
गौरतलब है कि इससे पहले मई, 2021 में गढ़चिरौली में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 13 वर्दीधारी नक्सलियों को मार गिराया गया था। मुठभेड़ के बाद जिले के कसनपुर एरिया के टाप नक्सली नेताओं का सफाया हो गया है। महाराष्ट्र सरकार ने मारे गए नक्सलियों पर कुल 60 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। नक्सलियों के इनाम राशि को लेकर एसपी कार्यालय से जारी सूची में सबसे ज्यादा इनाम एटापल्ली के 31 साल के नक्सली सतीश उर्फ मोहंडा पर घोषित था। कंपनी नंबर चार के कमांडर सतीश पर 16 लाख रुपये का इनाम था। वह नक्सली संगठन में डीवीसी मेंबर के पद पर सक्रिय था। पुलिस जवानों की हत्या, लूट, आगजनी समेत कई मामले में वह अपराधी था। उसके बाद कसनपुर एलओएस की महिला कमांडर नंदिनी और प्रेमवती पर छह-छह लाख रुपये का इनाम घोषित है। 33 साल की नंदिनी सुकमा जिले के जगरगुंडा की रहने वाली थी। उमेश परसा, सोमारी उर्फ सुनीता पर भी छह-छह लाख रुपये का इनाम था। सुनीता कसनपुर की एसीएम के पद पर तैनात थी। उप कमांडर रूपेश उर्फ ¨लगा पर छह लाख रुपये का इनाम घोषित था। कंपनी नंबर चार का किशोर उर्फ शिवा चार लाख रुपये का इनामी था। मारे गए नक्सलियों में शेवंती हेडो, किशोर होड़ी, क्रांती उर्फ मैना, रजनी ओडी, सगुणा उर्फ बसंती, रोहित उर्फ मनीष पर दो-दो लाख रुपये का इनाम घोषित था।