रीवा,सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ दशहरा के एक दिन पूर्व रीवा बायपास पर स्थित टोल बैरियर पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के वाहन को रोककर सायरन बजाने की नसीहत टोल कर्मियों द्वारा दी गई थी। हालांकि उस समय वाहन विधानसभा अध्यक्ष मौजूद नहीं थे। उक्त बात को लेकर विधानसभा अध्यक्ष के पुत्र एवं भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष राहुल गौतम ने टोल के मैनेजर डीएस मिश्रा से टेलीफोन पर चर्चा की थी। उक्त बातचीत के दौरान भाजपा जिला उपाध्यक्ष राहुल गौतम काफी आवेश में थे। उन्होंने मैनेजर के साथ बातचीत के दौरान अभद्र भाषा का प्रयोग भी किया था। हालांकि इसके तुरंत बाद राहुल गौतम को अपनी गलती का एहसास हो गया था उन्होंने टोल मैनेजर को घर बुलाकर की माफी नहीं मांगी थी। उक्त आशय की जानकारी स्वयं जिला उपाध्यक्ष राहुल गौतम द्वारा दी गई है।
(इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहा आडियो बेहद आपत्तिजनक एवं अभद्र भाषा में है इसलिए “भास्कर हिंदी न्यूज़” उपरोक्त आडियो संवाद को समाचार के साथ प्रसारित करने योग्य नहीं समझता)
इंटरनेट मीडिया में आडियो वायरल
शनिवार की सुबह अचानक उक्त घटना का आडियो वायरल हो गया जिसे लेकर लोग अपनी तरह तरह की प्रतिक्रिया देने लगे। इंटरनेट मीडिया में वायरल हुई आडियो की जानकारी जैसे जिला उपाध्यक्ष राहुल गौतम एवं टोल मैनेजर डीएस मिश्रा को हुई तो उन्होंने घटनाक्रम के संबंध में बताया कि अब कोई कहीं भी विवाद की स्थिति नहीं है। कुछ अप्रिय से निर्मित हुई थी जिसे लेकर उनकी बात हो गई है मामला पूरी तरीके से शांत है संबंधित जन ने एक दूसरे से माफी मांगने का दावा किया है।
आरोप यह भी
जिला उपाध्यक्ष राहुल गौतम ने आरोप लगाया है कि जब उन्होंने अपनी गलती स्वीकार कर ली थी उसके बाद भी उक्त ऑडियो वायरल करने के पीछे राजनीतिक दुर्भावना है। हाल में ही उनके विधानसभा में मुख्यमंत्री की आमसभा होनी है जिसके पीछे उनके पिता एवं विधानसभा अध्यक्ष द्वारा साइकिल यात्रा के समापन का अवसर बताया गया है।
इनका कहना है
दशहरे के पहले की है घटना है। उस दिन गाड़ी में मेरी माताजी बैठी हुई थी। आवेश में मैनेजर से बात कर बैठा था जिसकी माफी मैंने डीएस मिश्रा से उसी समय मांग ली थी।
राहुल गौतम, जिला उपाध्यक्ष भाजपा
देखिए उस दिन आवेश में जो बातचीत राहुल भैया द्वारा की गई उसके बाद उन्होंने माफी मांग ली, गलती टोल के बच्चों की भी थी उनसे माफी मंगवा दी गई है। आडियो किसने जारी किया मुझे पता नहीं।
डीएस मिश्रा, मैनेजर टोल बैरियर बायपास