Pakistan to remain on grey list or be blacklisted/इस्लामाबाद/ एफएटीएफ (Financial Action Task Force, FATF) की पेरिस में हुई तीन दिवसीय बैठक में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में ही रखे जाने पर फिर से मुहर लगी है। पेरिस स्थित वित्तीय कार्रवाई कार्य बल एफएटीएफ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तानी सरकार आतंकवाद के खिलाफ 34 सूत्रीय एजेंडे में से चार को पूरा करने में विफल रही है। एफएटीएफ का अगला सत्र अप्रैल 2022 में होने वाला है… माना जा रहा है कि तब तक पाकिस्तान एफएटीएफ की ‘ग्रे लिस्ट’ में बना रहेगा।
एफएटीएफ की ओर से जारी बयान में कहा गया कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधित आतंकवादियों के खिलाफ भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। एफएटीएफ ने जार्डन, माली और तुर्की को लेकर भी कड़ी टिप्पणियां की है। एफएटीएफ ने बताया कि पाकिस्तान को 34-सूत्रीय कार्य योजना सौंपी गई थी जिसमें से 30 पर ही कार्रवाई हुई है। हालांकि एफएटीएफ की ओर से बोत्सवाना और मारीशस को ग्रे लिस्ट से बाहर कर दिया है। एफएटीएफ का कहना है कि इन देशों ने आतंकी फंडिंग को रोकने के लिए बड़ी कार्रवाई की है।
मालूम हो कि एफएटीएफ ने जून में पाकिस्तान को ब्लैक मनी पर रोक नहीं लगाने और टेरर फंडिंग पर ‘ग्रे लिस्ट’ में रखा था। यही नहीं एफएटीएफ ने पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से जुड़े हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकी सरगनाओं पर मुकदमा चलाने के भी निर्देश दिए थे। यही नहीं एफएटीएफ की ओर से पाकिस्तान को एक कार्य योजना दी गई थी जिसे पूरा करने को कहा गया था। अब पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से हटाने पर फैसला अप्रैल 2022 में आयोजित होने वाली बैठक में लिया जा सकता है।