Lakhimpur case update: digi desk/ यूपी के लखीमपुर खीरी केस में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को बीती रात गिरफ्तार कर लिया गया। 12 घंटों की पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि आशीष मिश्रा ने कई सवालों से जवाब नहीं दिए। उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, आशीष ने अपने बचाव में कुल 13 वीडियो पेश किए, लेकिन दिन में 2ः20 से 3ः36 बजे के बीच की फुटेज नहीं मिली। यही वह बिंदू रहा, जिसके कारण आशीष की गिरफ्तारी हुई। आशीष कहता रहा है कि वारदात के समय वह दंगल में था, लेकिन इसे साबित नहीं कर सका। आशीष से 12 घंटे में 150 से अधिक प्रश्न पूछे गए।
इस बीच, घटना वाले दिन मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत पर किसान नेता राकेश टिकैत के बयान पर विवाद हो गया है। राकेश टिकैत ने शनिवार को कहा कि लखीमपुर खीरी हिंसा के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं की लिंचिंग को मैं गलत नहीं मानता। वह एक्शन का रिएक्शन था, उसके पीछे कोई साजिश नहीं थी, इसलिए हम उसे गलत नहीं मानते हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा, लखीमपुर खीरी में कारों से रौंद कर चार किसानों की हत्या कर दी गई। इसकी प्रतिक्रिया के स्वरूप दो भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की गई। यह एक प्रतिक्रिया थी। मैं हत्याओं में शामिल लोगों को अपराधी नहीं मानता। प्रेस वार्ता में मौजूद संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेता योगेंद्र यादव ने भी लखीमपुर खीरी हिंसा में न्याय की मांग की, जिसमें चार किसानों सहित आठ लोग मारे गए।
लखीमपुर जेल में आशीष मिश्रा
करीब 11 घंटे की पूछताछ के बाद आशीष को रात करीब 11 बजे गिरफ्तार कर लिया गया। उसे रात को ही जिला मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। रात करीब 12.45 बजे उसे लखीमपुर जिला जेल में भेज दिया गया। किसानों की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी में आशीष मिश्रा के अलावा 15-20 अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है. उसके खिलाफ धारा 147, 148, 149 (दंगों से संबंधित), 279 (लापरवाह ड्राइविंग), 338 (किसी भी व्यक्ति को चोट पहुंचाना जिससे उसकी जान को खतरा हो), 304 (लापरवाही से मौत), 302 (हत्या) और 120 बी। (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है।