RBI Monetary Policy Today: digi desk/BHN/ भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आम जनता को बड़ी राहत देते हुए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के तीसरे दिन आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो दर को 4% पर अपरिवर्तित रखी है, वहीं रिवर्स रेपो रेट भी 3.35% पर अपरिवर्तित है। यानी मौजूद ब्याज दर पर लोन मिलता रहेगा। बढ़ती महंगाई में यह आम लोगों के लिए दिवाली गिफ्ट की तरह होगा। केंद्रीय बैंक ने लगातार सात बार से रेपो दर को 4 प्रतिशत के निचले स्तर पर बनाए रखा है। पिछली बैठक के दौरान आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि आरबीआई आर्थिक विकास का समर्थन करने के लिए जब तक आवश्यक हो, तब तक इस तरह सपोर्ट करने के लिए तैयार है। बता दें, आरबीआई की दर निर्धारण समिति एमपीसी ने बुधवार को तीन दिवसीय विचार-विमर्श शुरू किया था, जिसका आज आखिरी दिन था।
शक्तिकांत दास ने फैसलों की जानकारी देते हुए कहा, पिछली एमपीसी बैठक के समय की तुलना में आज भारत बहुत बेहतर स्थिति में है। विकास दर मजबूत हो रही है, मुद्रास्फीति का अनुमान अपेक्षा से अधिक अनुकूल है। संकेत हैं कि आर्थिक गतिविधियों में तेजी आई है। कोर मुद्रास्फीति स्थिर बनी हुई है। जुलाई-सितंबर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) मुद्रास्फीति अनुमान से कम थी। उन्होंने कहा, आरबीआई यह सुनिश्चित करेगा कि मुद्रास्फीति लक्ष्य सीमा के भीतर बनी रहे।
इससे पहले कोरोना महामारी की पहली लहर के बीच 22 मई, 2020 को रेपो दर में 0.4 प्रतिशत की कटौती के बाद से केंद्रीय बैंक ने पिछली आठ समीक्षाओं में नीतिगत दरों को अपरिवर्तित रखा है। इस बार भी ऐसी ही उम्मीद थी।
बड़ी बातें, आगे क्या उम्मीद
रेपो रेट 4 फीसदी पर स्थिर
रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी
आने वाले छह महीनों में ब्याज दरें भी बढ़ सकती हैं।