ग्वालियर/ राज्यसभा सदस्य व भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखा एक पत्र फर्जी निकला है। इसमें पत्र पर राज्यसभा सदस्य के हस्ताक्षर फर्जी हैं। शनिवार रात उनके निज सचिव पर यह पत्र पहुंचा। जिसके बाद उन्होंने सिंधिया से चर्चा की। जब उनके द्वारा कोई पत्र नहीं लिखे जाने की सूचना दी गई जो पूर्व विधायक रमेश चन्द्र अग्रवाल ने ग्वालियर एसपी से चर्चा की है। जिस पर क्राइम ब्रांच ने पत्र लिखने वाले अज्ञात आरोपित पर मामला दर्ज कर लिया है। साइबर टीम आरोपित की तलाश कर रही है।
शनिवार को भाजपा नेता व राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया के निज सचिव पुरुषोतम पाराशर पर एक पत्र पहुंचा था। यह पत्र उनके पास कैसे पहुंचा यह अभी बता पाना मुश्किल है। पत्र सिंधिया के नाम पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखा गया था। जिसमें वह लिख रहे हैं कि ‘आपसे मिलने आया था, लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी। अभी आप बिहार में है’ इसके अलावा भी कई बातों का जिक्र था। यह पत्र इस तरह से निज सचिव के पास पहुंचने पर मामला संदिग्ध लगा। जिस पर निज सचिव ने राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया से बात की। उन्होंने किसी भी तरह का कोई पत्र लिखने से साफ इनकार किया। पत्र पर उनके जो हस्ताक्षर थे असल में वह उनके थे ही नहीं। इसके बाद निज सचिव ने तत्काल ग्वालियर में पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल को मामले की सूचना दी। वह एसपी ग्वालियर से मिले।
शनिवार देर रात क्राइम ब्रांच थाना में इस मामले में अज्ञात आरोपित पर धोखाधड़ी आइपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है। साइबर टीमें तत्काल जांच में जुट गई हैं कि यह पत्र किस माध्यम से निज सचिव के पास पहुंचा और उस माध्यम के जरिए आरोपित की तलाश की जा रही है। 3 टीमें अभी इस मामले में काम कर रही है।