Assam Clash : digi desk/BHN/ असम (Assam) के दारांग जिले में आज एक अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि नौ पुलिसकर्मी घायल हो गये। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति पुलिस पर लाठी लेकर हमला करता दिख रहा है और पुलिस ने उसे गोली मार दी। बाद में पुलिस के अलावा एक कैमरामैन भी उसकी पिटाई करता दिख रहा है। इस वीडियो को लेकर राजनीति शुरु हो गई है और राहुल गांधी ने इसे लेकर असम सरकार पर तीखा निशाना साधा है। उधर असम सरकार ने यहां हुई हिंसा की जांच के आदेश दे दिये हैं।
क्या है मामला?
दारांग के पुलिस अधीक्षक के मुताबिक स्थानीय लोगों ने बेदखली अभियान का विरोध किया और पथराव शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। एसपी सुशांत बिस्वा सरमा ने कहा, “हमारे नौ पुलिसकर्मी घायल हो गए. दो नागरिक भी घायल हो गए. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अब चीजें सामान्य हैं.” इस गांव में पहला बेदखली अभियान जून में चलाया गया था जिसके बाद एक तथ्य तलाशने वाली एक समिति ने इलाके का दौरा किया। समिति ने कहा था कि अभियान में 49 मुस्लिम परिवारों और एक हिंदू परिवार को उखाड़ फेंका गया था।
बताया जा रहा है कि सोमवार को ये अभियान काफी बड़े स्तर पर चलाया गया, जिसमें 800 परिवार बेघर हो गए। वहीं कुछ मीडिया सूत्रों के मुताबिक बेदखल किए गए परिवारों की संख्या 900 से ज्यादा थी, और हजारों लोग इससे प्रभावित हुए हैं। सरकार का दावा है कि ये लोग अतिक्रमण करके रह रहे थे। इस गांव में ज्यादातर पूर्वी बंगाल मूल के मुसलमान रहते हैं। असम कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन कुमार ने राज्य सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा, लोगों को बेघर करने से पहले उनके वैकल्पिक आवास की व्यवस्था करनी चाहिए।