Narendra Giri Death Case : digi desk/BHN/ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत नरेंद्र गिरि की मौत मामले में रोजाना नई बातें सामने आ रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, यूपी पुलिस के एडिशनल एसपी ओपी पांडे भी जांच के दायरे में आ गए हैं। प्रयागराज पुलिस जल्द ही ओपी पांडे से पूछताछ करेगी। इनके अलावा सपा नेता इंदु प्रकाश मिश्रा और बीजेपी नेता सुशील मिश्रा से भी पूछताछ की जा सकती है। मीडिया सूत्रों के मुताबिक एडिशनल एसपी ओपी पांडे को पुलिस गुरुवार को प्रयागराज बुला सकती है। वहीं पुलिस सपा और बीजेपी नेता के बयान कल दर्ज कर सकती है। इस मामले में इस वक्त की बड़ी खबर यह है की पूरे मामले की जाँच एसआईटी को सौंप दी गयी है। सरकार ने एसआईटी का गठन कर दिया है।
महंत नरेन्द्र गिरि की मौत से क्या है इनका कनेक्शन?
दरअसल महंत नरेन्द्र गिरि और आनंद गिरि के बीच हुए विवाद के बाद 26 मई को दोनों के बीच लिखित समझौता हुआ था। इस दौरान वहां तीन लोग मौजूद थे – बीजेपी नेता सुशील मिश्रा, सपा नेता इंदु प्रकाश मिश्रा और एडिशनल एपी ओ पी पांडे। पुलिस के मुताबिक, ओपी पांडेय ने ही मई महीने में महंत नरेंद्र गिरि और आनंद गिरि के बीच मध्यस्थता कराई थी। एडिशनल एसपी ओपी पांडे दोनों संतों के बेहद करीबी माने जाते थे। मध्यस्थता कराने वालों में समाजवादी पार्टी के नेता इंदु प्रकाश मिश्रा और बीजेपी नेता सुशील मिश्रा भी शामिल थे। यह दोनों भी महंत नरेंद्र गिरि के बेहद करीबी माने जाते थे। सुशील मिश्रा पहले बहुजन समाज पार्टी में थे और साल 2016 में बीजेपी में शामिल हुए थे।
पुलिस इनसे आनंद गिरि और महंत नरेन्द्र गिरि के रिश्तों को लेकर पूछताछ करेगी। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश करेगी कि जब इन तीन लोगों ने लखनऊ में समझौता कराया था, तो फिर विवाद आगे क्यों जारी रहा। पुलिस का कहना है कि जांच में यह भी पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि गुरु चेले के बीच विवाद के पीछे साजिश रचे जाने की जो बात सामने आई थी, आखिर वह क्या है। माना जा रहा है कि इन तीनों लोगों के बयान के आधार पर पुलिस को कई अहम सुराग मिल सकते हैं।