SCO Summit PM MODI: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ एससीओ शिखर सम्मेलन में अब से कुछ देर पहले प्रधानमंत्री मोदी ने संबोधित किया। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) परिषद के देशों की शिखर बैठक 17 सितंबर को ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में आयोजित की जा रही है। इसके पूर्ण अधिवेशन को पीएम मोदी ने संबोधित किया और पीएम मोदी के संबोधन के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी वर्चुअली सामने ही मौजूद थे। इस दौरान पीएम मोदी ने अप्रत्यक्ष रूप से इमरान खान को आतंकवाद और कट्टरपंथ पर खरी खोटी सुनाई।अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस साल हम SCO की भी 20वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इस शुभ अवसर पर हमारे साथ नए मित्र जुड़ रहे हैं। मैं ईरान का SCO के नए सदस्य देश के रूप में स्वागत करता हूं। साथ ही मैं तीनों नए डायलॉग पार्टनर्स– सऊदी अरब, इजिप्ट और कतर का भी स्वागत करता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेरा मानना है कि इस क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौतियां शांति, सुरक्षा और ट्रस्ट-डेफिसिट से संबंधित है और इन समस्याओं का मूल कारण बढ़ता हुआ रेडिकलाइजेशन है। अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम ने इस चुनौती को और स्पष्ट कर दिया है।
भारत में और SCO के लगभग सभी देशों में संयमित, सहिष्णु और समावेशी संस्थाएं और परंपराएं हैं। SCO को इनके बीच एक मजबूत नेटवर्क विकसित करने के लिए काम करना चाहिए। इस संदर्भ में मैं SCO के RATS mechanism द्वारा किए जा रहे उपयोगी कार्य की प्रशंसा करता हूं।
विदेश मंत्री जयशंकर कर रहे प्रतिनिधित्व
विदेश मंत्रालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक दुशांबे में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस. जयशंकर कर रहे हैं। इस शिखर बैठक में परिषद के देशों के नेताओं द्वारा पिछले दो दशकों में संगठन की गतिविधियों की समीक्षा और भविष्य में सहयोग की संभावना की समीक्षा किए जाने की संभावना है।