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Radha Ashtami: मंगलवार को राधा अष्टमी पर जुगलजोड़ी सरकार को लगेगा 56 भोग

Radha Ashtami 2021: digi desk/BHN/ रायपुर/भाद्रपद शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि मंगलवार को राधा अष्टमी के रूप में मनाई जाएगी। टाटीबंध स्थित श्री राधा रास बिहारी, (इस्कान) मंदिर में राधा रानी के चरणों का दर्शन किया जा सकेगा। इसके अलावा जवाहर नगर के राधा कृष्ण मंदिर में जुगलजोड़ी सरकार को 56 भोग अर्पित किया जाएगा। मनमोहक श्रृंगार दर्शन एवं महाआरती की जाएगी। इस साल कोरोना नियमों के चलते महाभंडारा का आयोजन नहीं किया जा रहा है। जवाहर नगर स्थित श्री राधा कृष्ण मंदिर में राधा अष्टमी पर श्रृंगार दर्शन सुबह शाम किया जा सकेगा।

मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित मलैया महाराज ने बताया कि आयोजन का शंखनाद सुबह 09.00 बजे वैदिक मंत्रोच्चार द्वारा महाप्रभु श्री जुगल-जोड़ी सरकार का अभिषेक कर किया जाएगा। मधुर भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी और तत्पश्चात सुबह 10.30 बजे महाआरती होगी।

जुगलजोड़ी सरकार को 56 भोग अर्पित किया जाएगा। शाम 06.00 बजे से महाप्रभु श्री जुगल-जोड़ी सरकार जु का भव्य श्रृंगार दर्शन होगा। समता कॉलोनी स्थित राधा कृष्ण मंदिर के सत्येंद्र अग्रवाल ने बताया कि सुबह जुगलजोड़ी सरकार का अभिषेक किया जाएगा। शाम को श्रृंगार दर्शन, महाआरती की जाएगी।

राधा-रानी ने कृष्ण को देख खोली थी आंख

इस्कान मंदिर के प्रवक्ता दिलीप केडिया एवं राजेन्द्र पारख ने बताया कि वृषभानु राजा की कोई संतान नहीं थी। राजा रोज यमुना नदी में सूर्य को जल अर्पण करने जाते थे। एक दिन कुछ चमकता हुआ राजा के तरफ बहते हुए आया, जो स्वर्ण कमल पुष्प था। उसमें श्री राधारानी विराजमान थीं, इसी तरह राधा रानी का जन्म हुआ।

मगर, राजा परेशान थे क्योंकि राधा रानी की आंख बंद थीं, तभी नारद जी ने बताया कि नंदगांव में भी नंदलाल का जन्म हुआ है। अगर आप उसका दर्शन करा दें, तो राधा रानी जी देखने लगेगी। क्योंकि लक्ष्मी जी की शर्त थी कि जब भी मैं पृथ्वी पर अवतार लूंगी, तो सबसे पहले आपका दर्शन करूंगी, तभी आंखें खोलूंगी।

आरती और दर्शन का यह रहेगा समय

मंदिर में मंगल आरती सुबह 4:30, तुलसी पूजा सुबह 5:00 बजे, गुरु पूजा सुबह 7:30 पर, श्रृंगार दर्शन सुबह 8:30 बजे, धूप आरती सुबह 9:00 बजे और राधारानी बाल लीला गुणगान सुबह 9:00 से 10:00 , हरि नाम कीर्तन सुबह 10:00 बजे से 1:00 बजे तक होगा। महाअभिषेक सुबह 11:30 से 12:30 बजे तक और छप्पन भोग अर्पण दोपहर 12:30, राजभोग आरती 1:30 से 2:00 बजे तक होगी। स्थापना आरती 4:15 पर संध्या आरती संध्या 7:00 बजे, शयन आरती रात्रि 8:30 से 9:00 तक होगी। राधा रानी के चरण दर्शन सुबह 8:30 से रात्रि 9:00 तक होंगे।

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