Madhya Pradesh News: digi desk/BHN/ विदिशा/ विदिशा जिले की गंजबासौदा तहसील के गांव लाल पठार में गुरुवार शाम कुएं को ढंकने के लिए बनाई गई स्लैब धराशायी होने से 27 लोगों के कुएं में गिरने के बाद बीते 24 घंटों से बचाव कार्य जारी है। शुक्रवार रात आठ बजे तक कुएं से नौ लोगों के शव निकाले जा चुके हैं, जबकि कुछ व्यक्ति अब भी कुएं के मलबे में दबे हैं। 16 ग्रामीणों को हादसे के तुरंत बाद ही गांव के लोगों ने कुएं से सकुशल निकाल लिया था।
लाल पठार गांव में गुरुवार शाम 6:30 बजे गांव का ही 14 वर्षीय बालक रवि अहिरवार पानी भरते समय कुएं में गिर गया था। उसे बचाने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण कुएं पर पहुंचे। इनमें से 27 लोग कुएं को ढंकने के लिए उस पर बनाए गए सीमेंट के स्लैब पर चढ़ गए। इनके वजन से स्लैब टूट गया और सभी 27 लोग कुएं में जा गिरे। इनमें से 16 ग्रामीणों को गांव के लोगों ने रस्सी की सहायता से घटना के तुरंत बाद ही निकाल लिया था।
इसके बाद एसडीआरएफ की टीम ने ग्रामीणों की मदद से गुरुवार रात करीब नौ बजे बचाव कार्य शुरू किया। इसी दौरान कुएं की मुंडेर पर बचाव कार्य में लगे ट्रैक्टर व डीजल पंप समेत एसडीआरएफ के कमांडेंट व दो जवान भी कुएं के पास की जमीन धंसकने से कुएं में जा गिरे। कमांडेंट व जवानों को तत्काल बचाव दल ने निकाल दिया।
रात 12 बजे के बाद भोपाल से पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने बचाव कार्य शुरू किया। टीम ने 19 घंटों के दौरान कुएं से ट्रैक्टर निकालने के बाद मलबे में दबे नौ शवों को शुक्रवार रात आठ बजे तक निकाल लिया। विदिशा कलेक्टर डा. पंकज जैन ने बताया कि कुएं के मलबे में दबे शेष लोगों को निकाले जाने तक बचाव कार्य जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि घटना के बाद गांव में कराए गए सर्वे में 11 लोग लापता पाए गए थे।
गंजबासौदा से लगी ग्राम पंचायत स्वरूपनगर के गांव लाल पठार में हादसे के बाद बचाव कार्य में भी काफी दिक्कतें आईं। रात करीब 11 बजे कुएं में उतर रही एसडीआरएफ की तीन सदस्यीय टीम मिट्टी धंसने की वजह से कुएं में गिर गई थी। तीनों सदस्यों को सकुशल बाहर निकाला गया। इसके बाद जब पोकलेन मशीनों से कुएं का मलबा निकालने का प्रयास किया गया तो आसपास की मिट्टी कुंए में धंसने लगी।
शुक्रवार को दिन के समय भी एनडीआरएफ की टीम को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कलेक्टर डॉ. जैन के मुताबिक कुएं की मिट्टी भुरभुरी होने के कारण बड़ी मशीनों से काम करना मुश्किल था। शाम के समय टीम द्वारा मडपंप लगाकर कीचड़ बाहर निकाला गया।
अब तक मिले शव
कलेक्टर डा. पंकज जैन ने बताया कि शुक्रवार रात आठ बजे तक कुल नौ लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। इनमें दो शव रात 2 बजे, तीसरा शव रात 3:30 बजे, चौथा शव शुक्रवार सुबह 6 बजे, पांचवां शव दोपहर 3:30 बजे, छठवां शव शाम 7 बजे, आठवां व नौवां शव शाम 7:30 बजे निकाला गया है। मृतकों में नारायण सिंह पिता जालम सिंह, सुनील पिता सुभान, शिवम पिता सुनील, विक्की पिता शिवनाथ और गोविंद पिता रतिराम शामिल हैं। शेष पांच शव की पहचान की जा रही है।
आंकड़ों में इंतजाम
- – एनडीआरएफ की टीम में शामिल सदस्य – 55
- – एसडीआरएफ की टीम में शामिल सदस्य – 25
- – मौका स्थल पर मौजूद पुलिसकर्मी – 300
- – होमगार्ड जवानों की संख्या – 60
- – बचाव में लगी मशीनों की संख्या – 3 पोकलेन, दो जेसीबी