Rath Yatra 2021: digi desk/BHN/ पिछले साल की तरह इस साल भी पुरी रथ यात्रा भक्तों के बिना संपन्न होगी। रथ यात्रा में कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जाएगा ताकी कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। जिले के कलेक्ट समर्थ वर्मा ने गुरुवार को तैयारियों का जायजा लिया। यह रथ यात्रा 12 जुलाई को आयोजित होगी। कोरोना टेस्ट निगेटिव आने के बाद ही श्री मंदिर के पुजारियों को रथ यात्रा में शामिल किया जाएगा। कोई भी भक्त रथ यात्रा का हिस्सा नहीं होगा। रथ यात्रा में पुजारी तीन रथों को खींचकर बड़ा डंडा से गुंदिचा मंदिर तक ले जाएंगे। इन पुजारियों की कोरोना जांच की जा रही है।
रथ यात्रा के दौरान पुजारियों को गर्मी से बचाने के लिए बड़ा डंडा का पूरा इलाका पानी से धोया जाएगा। इसके साथ ही पीने के पानी की व्यवस्था की जाएगी। पुजारियों के लिए प्राथमिक उपचार की व्यवस्था भी की जाएगी। रथ यात्रा के दौरान इनके अलावा किसी भी दूसरे व्यक्ति को बड़ा डंडा में जाने की अनुमति नहीं होगी।
रोशनी से जगमगाएगा पूरा शहर
जिले के कलेक्टर समर्थ वर्मा ने बताया कि असुरक्षित इमारतों की पहचान की जाएगी और उन्हें सील किया जाएगा। सफाई का स्तर बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। नालियों की सफाई हो रही है और सड़कों की मरम्मत की जा रही है। साथ ही पूरे शहर में लाइटें लगाई जा रही हैं। खासकर ग्रांड रोड को भव्य तरीके से सजाया जा रहा है। मंदिर की सर्वोच्च संस्था छत्तिसा निजोग के साथ दो दिन के अंदर एक मीटिंग की जाएगी, जिसमें इस त्योहार की तैयारियों से जुड़े बाकी पहलुओं पर चर्चा होगी। वर्मा ने कहा कि त्योहार के लिए एक नया एसओपी जल्द ही जारी किया जाएगा।
12 सिक्योरिटी जोन में बंटा जाएगा शहर
पुरी के एसपी विशाल सिंह ने बताया कि किसी को भी छत में जाकर रथ यात्रा देखने की अनुमति नहीं होगी। पूरे शहर को 12 सिक्योरिटी जोन में बांटा जाएगा। वहीं बड़ा डंडा को तीन भागों में बांटा जाएगा। त्योहार के दौरान ग्रांड रोड से मिलने वाली सभी सड़कें सील कर दी जाएंगी। साथ ही बड़ा डंडा में धारा 144 लागू की जाएगी। तीर्थ नगरी के तीनों प्रवेश मार्गों को सील कर दिया जाएगा और त्योहार खत्म होने तक रेलवे सेवाएं भी बंद रहेंगी। सभी महत्वपूर्ण जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनके जरिए पुलिस अधिकारी सभी पर निगरानी रखेंगे।
जल्द ही तैयार हो जाएंगे तीनो रथ
एसपी विशाल सिंह ने आगे बताया कि तीनों रथ लगभग बनकर तैयार हैं। त्योहार के दौरान सुरक्षा के लिए 80 पलटन लगाई जाएंगी। इसमें अलग-अलग रैंक के कई अफसर और सिपाही भी तैनात होंगे। त्रिमूर्ति को अंसरा घर में तेल लगाने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। परंपरा के अनुसार फुलुरू तेल से भगवान की मसाज की जाती है।