MPPEB Primary School TET: digi desk/BHN/।जबलपुर/ तीन साल बीतने को आए लेकिन शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो पाई है। पिछले एक साल से चयनित अभ्याथियों के दस्तावेज सत्यापन का कार्य हो रहा है। गत दिवस अंतिम मौका बताकर विभाग ने फिर छूटे हुए उच्च शिक्षक और माध्यमिक शिक्षक चयनित अभ्यथियों के दस्तावेज सत्यापन की तारीख दी है। पात्र अभ्यार्थी इसे प्रक्रिया को टालने की मंशा बता रहे हैं। उन्हें डर है कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर के पहले यदि भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हुई तो इसे फिर टाल दिया जाएगा। इधर प्राथमिक पात्रता परीक्षा के लिए भी प्रदेश के लाखों अभ्यर्थी इंतजार कर रहे हैं। सालभर होने को आया लेकिन अभी तक परीक्षा नहीं हो पाई है।
15 हजार रिक्त पदों को भरने चल रही प्रक्रिया
स्कूल शिक्षा विभाग ने 15 हजार शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए 2018 में भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की। उच्च शिक्षक और माध्यमिक शिक्षक भर्ती में लाखों अभ्यार्थियों ने हिस्सा लिया। 2019-20 में इसके नतीजे आए फिर सरकार बदली तो प्रक्रिया अधर में अटकी। साल 2020 में प्रावधिक चयन सूची जारी हुई। उसके बाद से दस्तावेजों का सत्यापन ही चल रहा है। जुलाई 2020 में चालू हुए दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया 16 जून को पूरी हुई। ये कई चरणों में हुई। अब विभाग संचालनालय स्तर पर दस्तावेजों की जांच कर रहा है। इस बीच स्कूल शिक्षा विभाग दोबारा अंतिम बार उच्च शिक्षा और माध्यमिक शिक्षक को दस्तोवज अपलोड और सत्यापन का मौका दिया है।
सत्यापन का कार्य 5 जुलाई को
सत्यापन का कार्य 5 जुलाई को हाेगा। उक्त अवधि पर गैरहाजिर होने वाले अभ्यार्थियों की आर्हता निरस्त कर दी जाएगी। इससे पूर्व भी विभाग ने माध्यमिक शिक्षक पद के लिए अभ्यार्थियों को 23 जून अंतिम मौका दस्तावेज सत्यापन का दिया था। ऐसे में दोबारा मौका देना चयनित अभ्यार्थियों के लिए संदेह पैदा कर रहा है। इंटरनेट मीडिया में चयनित शिक्षकों के समूह में विभागीय स्तर पर प्रक्रिया को टालने के लिए इस तरह सत्यापन कार्य को करने की मंशा जाहिर करना बताया जा रहा है। वहीं चयनित अभ्यार्थियों में आदिमजाति कल्याण विभाग को भी प्रक्रिया करनी है। विभाग स्तर पर जुलाई माह से दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया प्रारंभ की है।
प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा इंतजार में उम्र गुजरी
जनवरी 2020 में प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा की भर्ती के लिए उम्मीदवारों से फार्म तो भरवाए लिए गए, लेकिन अभी तक परीक्षा नहीं हो पाई है। मध्यप्रदेश के लाखों उम्मीदवार यह उम्मीद लगाए बैठे हैं कि प्रदेश सरकार इस ओर ध्यान देगी और उनकी परीक्षा होंगी, लेकिन अब उनकी उम्मीद भी टूटने लगी है। प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा की भर्ती के लिए उम्मीदवारों से आवेदन भरवाए थे । प्रदेश से लगभग साढ़े छह लाख उम्मीदवारों ने इस पात्रता परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन किया, लेकिन इतना वक्त बीत जाने के बाद भी परीक्षा को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया। इस परीक्षा में आवेदन करने वाले उम्मीदवारों ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम ध्यान खींचा, प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपे। लेकिन उनकी मांग नहीं मानी गई। अब उनका धैर्य जवाब देने लगा है।
आवेदन भरते वक्त पात्र थे, अब अपात्र हुए
प्राथमिक शिक्षा पात्रता परीक्षा का आवेदन करने के दौरान जो उम्मीदवार पात्र थे, उसमें ने अधिकांश अब अपात्र हो गए हैं। इसकी वजह उनकी उम्र है। दरअसल आवेदन के दौरान उनकी उम्र पात्रता परीक्षा में निर्धारित की गई उम्र के बराबर थी, लेकिन पिछले डेढ़ सालों में ऐसे कई उम्मीदवार हैं, जिनकी उम्र, तय उम्र से ज्यादा हो गई है। उन्होंने प्रदेश सरकार ने मांग की है कि परीक्षा आयोजित करने के साथ जिन आवेदकों की उम्र ज्यादा हो गई है, उन्हें उम्र में रियायत दी जाए।