Delta+ Variant: digi desk/BHN/देश में कोरोना की जहां दूसरी लहर अब थमती हुई नजर आ रही है और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा भारत को चिंतामुक्त बताया गया है तो वहीं दूसरी ओर भारत में कोरोना को लेकर हालात कुछ और ही नजर आ रहे हैं। कोरोना का नया वैरिएंट डेल्टा प्लस भारत के लिए अब धीरे-धीरे चिंता का विषय बन रहा है। डेल्टा प्लस वैरिएंट से भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया परेशान है। दूसरी लहर पर लगाम कसने के साथ ही डेल्टा प्लस वैरिएंट का देश में तेजी से फैलना बेहद ही चिंता का विषय है।
कोरोना की दूसरी लहर में जहां हजारों की संख्या में लोगों ने अपनी जान गंवा दी है, तो अब इसके थमने की खबर के साथ कोरोना का नया डेल्टा प्लस वैरिएंट देश में बड़ी ही तेजी के साथ फैल रहा है। ये वैरिएंट भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है। अहम बात तो यह है कि भारत के कई राज्यों में इस नए वैरिएंट के मामले आने शुरू भी हो चुके हैं। देश में इसके सबसे ज्यादा नए मामलों की अगर बात करें तो महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस वैरिएंट के 21 मरीज सामने आए हैं।
सोमवार को स्वास्थ मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि इनमें से 9 मामले रत्नागिरी, 7 जलगांव, 2 मुंबई इसके अलावा 1-1 सिंधुर्दुर्ग, ठाणे और पालगढ़ जिले से है। राजेश टोपे ने कहा कि राज्य सरकार ने अब जीनोम स्क्विेंसिंग का फैसला किया है और जिले से 100 नमूने लेने कि प्रक्रिया चालू कर दी है। उन्होनें बताया कि 15 मई से अब तक 7,500 नमूने लिए गए हैं जिनमें डेल्टा प्लस के लगभग 21 मामले सामने आए हैं। बतादें कि भारत में डेल्टा प्लस वैरिएंट का पहला मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 65 वर्षीय महिला में पाया गया था। वहीं अब महाराष्ट्र के अलावा केरल के दो जिले में भी इसे देखा गया है। बहुत सी रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि कोविड-19 के अत्याधिक संक्रामक डेल्टा वैरिएंट बी.1.617.2 के डेल्टा प्लस वैरिएंट में बदलने की आशंका है।