taarak mehta ka ultha chashma:digi desk/BHN/ नीला फिल्म प्रोडक्शंस प्राइवेट लिमिटेड प्रस्तुत तारक मेहता का उल्टा चश्मा में पोपटलाल का प्लान चौपट होने के कगार पर है। फिर भी बिना हौसला हारे वह परिस्थिति सुलझाने की कोशिश में जुटे है। इसी बिच उन्हें गोकुलधाम सोसाइटी से जेठालाल को बुलाने का विचार आता है और वह जेठालाल को एक बड़ी बिजनेस आर्डर दिलवाने की संभावना से रिसोर्ट पर बुलाते है। वैसे ही जेठालाल का बिजनेस इस दौर में कुछ खास नहीं हो रहा है| ऐसे में कुछ बिजनेस की संभावना लेकर जेठालाल रिसोर्ट की ओर चल पड़े है।
हाल ही में जेठालाल बिजनेस की एक बड़ी मुसीबत से संभले है। इस वजह से वह काफी उलझे हुए भी है। एक तरफ वह नई बिजनेस डील से खुश है। उसी के साथ संदेहजनक प्रश्न भी उनके मन में आ रहे है। पिछली बार अपनी दुकान और घर को बेचने से वह बाल बाल बचे थे। कहते है ना ‘दूध का जला छाछ भी फूंक – फूंककर पीता है’ ऐसी ही परिस्थिति है जेठालाल की।
जेठालाल मन ही मन सोच रहे है कि इस समय कोई गड़बड़ ना हो जाये। इसलिए वह अपने सहारे और समर्थन के लिए बापूजी और बाघा को भी साथ लेकर जा रहे है। जेठालाल, बापूजी और बाघा जिस जगह पोपटलाल को मिलने गए है। वह बड़ी सुन्दर है, लेकिन जेठालाल अभी भी परेशान है। बापूजी और बाघा जेठालाल का मन बहलाने के लिए काफी इधर उधर की बातें कर रहे है ,लेकिन जेठालाल की परेशानी बढ़ती ही जा रही है।
अब जेठालाल तो यह सोचकर रिसोर्ट जा रहे है की पोपटलाल उन्हें कोई बड़ी बिजनेस डील देने वाले है। लेकिन जब उन्हें पोपटलाल का असली प्लान पता चलेगा तब क्या होगा। क्या वह पोपटलाल की मदद करेंगे? पोपटलाल को पता ही नहीं की जेठालाल साथ में बापूजी को भी ले आये है। क्या यह प्लान सुलझने के बजाय और उलझेगा? क्या होगा आगे जानने के लिए तारक मेहता का उल्टा चश्मा।