west violence:digi desk/BHN/पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणामों के बाद हुई हिंसा और आगजनी को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उच्च स्तरीय मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में ममता बनर्जी ने मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी और कोलकाता के पुलिस कमिश्नर को बुलाया है। जानकारी के मुताबिक इस मीटिंग में पिछले दो दिनों से हो रही हिंसा को लेकर निर्देश जारी किये जा सकते हैं। साथ ही हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भी आदेश दिया जा सकता है।
बीजेपी का आरोप है कि जीत के बाद टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी से जुड़े लोगों के घरों और दफ्तरों में तोड़फोड़ की है। कई जगह से आगजनी की ख़बरें भी आई हैं। हिंसा में अब तक 9 लोगों की मौत हुई है। इन मुद्दे को लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा बंगाल पहुंच गये हैं और हिंसा के खिलाफ पांच मई को देशव्यापी प्रदर्शन का ऐलान किया है।
उधर बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा कथित रूप से हत्या और बलात्कार सहित ‘‘अनियंत्रित हिंसा’’ की सीबीआई जांच की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। अधिवक्ता गौरव भाटिया ने अपनी जनहित याचिका के जरिए सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया है कि वो राज्य सरकार को हिंसा में लिप्त व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकियों, गिरफ्तारियों और उठाए गए कदमों के बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दे।
मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने भी पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर राज्य के गवर्नर जगदीप धनखड़ को फोन करके कानून और व्यवस्था की स्थिति पर चिंता और दुख व्यक्त किया। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने बताया कि पीएम ने फोन कर प्रदेश की कानून और व्यवस्था की स्थिति पर अपनी गंभीर पीड़ा और चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह देखते हुए कि हिंसा, बर्बरता, आगजनी, लूट और हत्याएं बेरोकटोक जारी हैं, राज्य सरकार को व्यवस्था बहाल करने के लिए कदम उठाने चाहिए।