People are suffering over lone:digi desk/BHN/रायपुर/ कोरोना काल में लोग अपने घरों, जमीन, बिजनेस आदि से जुड़े लोन के किस्तों को चुकाने में असमर्थ हो रहे हैं वहीं बैंकों का ब्याज लगने से दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। ऐसे में कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) का कहना है कि कोरोना संक्रमण के चलते आगामी तीन माह के लिए ऋण की किस्त और ब्याज भुगतान स्थगित किया जाए। इसके लिए कैट ने आरबीआइ गवर्नर शक्तिकांत दास को पत्र भी लिखा है। कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव ने बताया कि आरबीआई को लिखे गए पत्र में कहा है कि अभी कोरोना संक्रमण के चलते पूरा व्यापार जगत की रफ्तार थम गई है। इस चुनौती से निपटने के लिए सभी वर्गो को आपस में मिलकर प्रयास करना होगा।
छत्तीसगढ़ में तो नौ अप्रैल से लॉकडाउन लगा दिया गया है और छह मई तक लॉकडाउन ही रहेगा। आर्थिक गतिविधि पूरी तरह से सुस्त हो गई है। इसे देखते हुए आने वाले तीन महीनों तक ऋण की किस्त व ब्याज का भुगतान स्थगित किया जाए।
गैर जरूरी वस्तुओं की होम डिलीवरी प्रदेश में नहीं कर सकेंगी विदेशी ऑनलाइन कंपनियां
राज्य शासन ने गैर-जरूरी वस्तुओं की होम डिलीवरी करने के लिए विदेशी ऑनलाइन कंपनियों पर रोक लगा दिया है। चैंबर आफ कामर्स ने इस लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताया है। चैंबर अध्यक्ष अमर पारवानी ने कहा कि पिछले दिनों ही चैंबर ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था और मांग की थी कि गैर जरूरी वस्तुओं की होम डिलीवरी के लिए विदेशी आनलाइन कंपनियों को अनुमति न दी जाए। उन्होंने कहा कि इन विदेशी कंपनियों पर रोक लगाना जरूरी है। इनकी वजह से देश का खुदरा व्यापार प्रबावित होता है।