वाशिंगटन
अमेरिकी सपने को साकार करने की चाह में हजारों भारतीय हर साल खतरनाक और गैरकानूनी 'डंकी रूट' के जरिए अमेरिका पहुंचने की कोशिश करते हैं। यह रास्ता उन्हें कनाडा के दुर्गम जंगलों और जोखिमभरी सीमा से होते हुए अमेरिका तक ले जाता है। लेकिन अब यह मुश्किल यात्रा जल्द ही असंभव हो सकती है। अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जनवरी 2025 में पद संभालने से पहले कनाडा को चेतावनी दी है कि यदि उसने गैरकानूनी प्रवास और नशीले पदार्थों की तस्करी पर सख्त कदम नहीं उठाए तो 25% आयात शुल्क लगाया जाएगा। इस चेतावनी के बाद कनाडा ने सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए $900 मिलियन की योजना का ऐलान किया है।
गिर रहा है डंकी रूट का भरोसा
गैरकानूनी तरीके से अमेरिका में प्रवेश के लिए दक्षिणी सीमा यानी अमेरिका-मेक्सिको सीमा का उपयोग लंबे समय से होता आ रहा है। लेकिन हाल के वर्षों में उत्तर की ओर कनाडा की सीमा पर बढ़ते दबाव के कारण वहां भी गैरकानूनी गतिविधियां बढ़ने लगी थीं। कनाडा और अमेरिका के बीच आसान रास्ता मानकर हजारों प्रवासी, जिनमें बड़ी संख्या भारतीयों की है, इस 'डंकी रूट' का उपयोग कर रहे थे। 2023 में करीब 30,000 भारतीयों ने इस रास्ते से अमेरिका में प्रवेश की कोशिश की, जबकि 2024 में यह आंकड़ा 43,000 तक पहुंच गया।
कनाडा की सख्ती, भारतीयों की मुश्किलें
डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सीमाओं पर निगरानी बढ़ाने का ऐलान किया है। अब ड्रोन, हेलीकॉप्टर, और स्निफर डॉग्स की मदद से सीमा पर हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है। कनाडा की नई नीति न केवल 'डंकी रूट' को बंद कर देगी बल्कि प्रवासियों की जोखिमभरी यात्रा के विकल्प भी खत्म कर देगी। यह कदम उन भारतीय परिवारों के लिए बड़ा झटका है जो अपनी पूरी जमा पूंजी बेचकर अमेरिका में बेहतर जीवन की तलाश में निकलते हैं।
खतरों से भरी डंकी रूट की यात्रा
यह यात्रा न केवल महंगी बल्कि बेहद खतरनाक भी है। मानव तस्कर एक व्यक्ति से 40-80 लाख रुपये तक लेते हैं। प्रवासी अक्सर जंगली इलाकों, ऊबड़-खाबड़ रास्तों और कड़ी जलवायु का सामना करते हैं। 2022 में पटेल परिवार की ठंड से मौत हो जाने जैसी घटनाएं इन खतरों को उजागर करती हैं। कनाडा की नई सख्त नीतियां और अमेरिका की कड़ी निगरानी के बीच, यह स्पष्ट है कि डंकी रूट अब 'अमेरिकी सपने' को पूरा करने का आसान विकल्प नहीं रहेगा।