मस्कट
डिफेंडिंग चैंपियन भारत ने लगातार तीसरी बार मेंस जूनियर एशिया कप हॉकी खिताब अपने नाम किया। भारत के युवा शेरों ने बुधवार रात फाइनल में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को रोमांचक मुकाबले में 5-3 से हरा दिया। भारत के लिए अरिजीत हुंदल सिंह ने सबसे ज्यादा चार गोल किए। एक गोल धीरज सिंह की स्टिक से आया। यह महाद्वीपीय टूर्नामेंट में भारत का पांचवां खिताब है। इससे पहले भारत ने 2004, 2008, 2015 और 2023 में यह खिताब जीता था। कोविड-19 महामारी के कारण यह टूर्नामेंट 2021 में आयोजित नहीं किया गया।
इससे पहले भारत ने सेमीफाइनल में मलेशिया को 3-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। दूसरी ओर पाकिस्तान जापान को हराकर खिताबी मुकाबले में पहुंचा था। हुंडल ने चौथे, 18वें और 54वें मिनट में तीन पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला और 47वें मिनट में मैदानी गोल दागा। भारत के लिए एक अन्य गोल दिलराज सिंह (19वें मिनट) ने किया।
पाकिस्तान के लिए सूफियान खान (30वें और 39वें मिनट) ने दो पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला जबकि हन्नान शाहिद ने तीसरे मिनट में मैदानी गोल किया। पाकिस्तान ने मुकाबले की अच्छी शुरुआत की और तीसरे मिनट में ही शाहिद के मैदानी गोल से बढ़त बना ली। भारत ने कुछ सेकेंड बाद ही अपना पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल कर लिया, जिससे हुंडल ने शक्तिशाली ड्रैग फ्लिक पर पाकिस्तान के गोलकीपर के दाईं ओर से गोल में पहुंचाकर टीम को बराबरी दिला दी।
दूसरे क्वार्टर में भारत ने अपने खेल में सुधार किया और 18वें मिनट में अपना दूसरा पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया जिससे हुंडल ने गोल में बदला। एक मिनट बाद दिलराज के एक बेहतरीन मैदानी गोल करके भारत की बढ़त को 3-1 कर दिया।
पाकिस्तान ने 30वें मिनट में सूफियान के पेनल्टी कॉर्नर पर दागे गोल से स्कोर 2-3 किया। सूफियान ने 39वें मिनट में एक और पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर पाकिस्तान को बराबरी दिला दी। भारत ने अंतिम क्वार्टर में 47वें मिनट में अपना तीसरा पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन हुंडल के शॉट को पाकिस्तान के गोलकीपर मुहम्मद जंजुआ ने बचा लिया। हुंडल ने हालांकि कुछ सेकंड बाद ही मैदानी गोल दागकर भारत को फिर से बढ़त दिला दी।
भारत ने अंतिम 10 मिनट में पाकिस्तान पर कड़ा दबाव बनाया और कुछ और पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए और हुंडल ने एक बार फिर बेहतरीन वैरिएशन से गोल करके टीम की 5-3 से जीत सुनिश्चित की।