जयपुर।
विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि अजमेर का सतत एवं सुनियोजित विकास किया जा रहा है। राज्य बजट में अजमेर को 1500 करोड़ रूपए मिले हैं। आजादी के बाद यह किसी बजट में अजमेर को मिली सर्वाधिक राशि है। आने वाले दिनों में अजमेर प्रदेश के अग्रणी शहरों की कतार में होगा।
विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने अजमेर के वार्ड संख्या 65 सिविल लाइंस अजमेर हॉस्पिटल वाली गली तथा वार्ड 72 में चिराना हाउस गली में सड़क व नाली निर्माण कार्यों का शुभारंभ किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में श्री देवनानी ने कहा कि साइन्स पार्क को पुनः स्वीकृत करवाकर अपग्रेड करते हुए शिलान्यास किया गया है। बीसलपुर बांध से निर्भरता कम करने के लिए पहली बार फॉयसागर झील का पानी पेयजल के लिए उपलब्ध हुआ है। बिसलपुर बांध से पानी की आवक बढ़ाने के लिए इन्टेक वेल भी बनाया जाएगा। इससे अजमेर को 7 टीएमसी तक पानी उपलब्ध होगा। ईआरसीपी परियोजना से फॉयसागर को जोड़ने से हमेशा पानी भरा रहेगा। जलदाय विभाग के पम्पिंग स्टेशनों पर निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए अतिरिक्त फिडर से जोड़ने के लिए भी पर्याप्त राशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने कहा कि अजमेर की पहचान शिक्षा नगरी के रूप में बनी रहनी चाहिए। इसके लिए भारतीय तकनीकी संस्थान की तर्ज पर आरआईटी के लिए महिला इंजीनियरिंग कॉलेज का चुनाव किया गया है। इसी प्रकार आयुर्वेद विश्वविद्यालय भी खुलेगा। इसके लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया जारी है। एम्स के स्तर की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वर्तमान टीबी अस्पताल भवन में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक बनाया जाएगा। कोटड़ा में भी सैटेलाईट चिकित्सालय बनेगा। उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अजयसर में लेपर्ड सफारी विकसित की जाएगी। यहां तक सुगम पहूंच सुनिश्चित करने के लिए चामुण्डा माता मन्दिर तक रोप वे बनाया जाएगा। म्यूजियम बनने से भी पर्यटन में वृद्धि होगी। यातायात को पर्यावरण हितैषी बनाने के लिए 50 इलेक्ट्रीक बसें चलाई जाएगी। इसी प्रकार एथेलेटिक एकेडमी और स्पोट्र्स कॉलेज आरम्भ होने से खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। रोजगार बढ़ाने के लिए आईटी पार्क की स्थापना होगी। इसके लिए भूमि आवंटन किया जा चुका है। रोडवेज बस स्टेण्ड भी 40 करोड़ रुपये की लागत से नया बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अजमेर के विकास की गति अनवरत बनी रहेगी। पहले बजट में ही 1500 करोड़ रुपये से अधिक की सौगातें मिली है। भविष्य में ड्रेनेज सिस्टम को अपग्रेड करने पर कार्य किया जाएगा। फॉयसागर के केचमेण्ट एरीया की सुरक्षा के लिए 5 करोड़ रुपये की राशि से दीवार बनाई जानी है। झील की गहराई नरेगा के माध्यम से बढ़ाई जाएगी।