Coronavirus in MP:digi desk/BHN/ कोरोना संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए अब गांवों में रैपिड जांच शुरू कर दी गई है। इसके लिए 24 घंटे में जांच रिपोर्ट देने की व्यवस्था की गई है। इससे फीवर क्लीनिकों का बोझ कम होगा और सैंपल देने के लिए इंतजार भी नहीं करना होगा। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को प्रभारी मंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कदमों पर चर्चा के दौरान कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अपनी ओर से हरसंभव कदम उठा रही है। ऑक्सीजन हो या फिर रेमडेसिविर इंजेक्शन या फिर बिस्तरों की व्यवस्था, सब क्षेत्रों में एक साथ काम किया जा रहा है।
स्थितियों में सुधार हुआ है पर जिस तरह के हालात हैं, उसमें सतर्क रहना जरूरी है। संक्रमण की चैन को तोड़ना ही होगा। इसके लिए जांच की गति बढ़ाई जा रही है। होम आइसोलेशन वाले मरीजों को कोरोना किट देने के साथ कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से दिन में दो बार बात की जा रही है। उन्हें ई-संजीवनी कॉल सेंटर से जोड़ा जा रहा है। अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या अब 42,636 हो गई है।
छोटी पड़ रही हैं व्यवस्थाएं
मुख्यमंत्री ने प्रभारी मंत्रियों से कहा कि जिस तरह से प्रकरण बढ़ रहे हैं, उस हिसाब से व्यवस्थाएं छोटी पड़ रही हैं। इस परिस्थिति में संक्रमण को नियंत्रित करना बहुत जरूरी है। किसी को सर्दी, जुकाम, बुखार, खांसी है तो वो जांच कराएं। रिपोर्ट आने तक घर पर रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महामारी कब तक चलेगी, इसका कोई ठिकाना नहीं है।
नए अस्पताल तैयार करेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि राधा स्वामी सत्संग ब्यास ने इंदौर में बहुत अच्छी पहल की है। आप सभी समाजसेवियों से बात करें और जो सरकारी भवन हैं, उनका उपयोग कोविड केयर सेंटर के लिए करें। बड़े शहरों में ऑक्सीजन वाले बिस्तरों की संख्या भी बढ़ाई जाए। हमें नए अस्पताल तैयार करने हैं। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर दो-दो हजार बिस्तर के अस्पताल तैयार करेंगे।
गांव में लगाएं जनता कर्फ्यू
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि हमें जान बचानी है तो संक्रमण की कड़ी को तोड़ना ही होगा। गांवों में वहीं के लोग ही जनता कर्फ्यू लगाएं। स्वयं तय करें कि 30 अप्रैल तक गांव के बाहर नहीं निकलेंगे।