Manmohan Singh Corona Positive:digi desk/BHN/ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कोरोना वायरस संक्रमित हो गए हैं। उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराया गया। 88 वर्षीय पूर्व पीएम ने कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके हैं। एम्स ने बयान में कहा कि मनमोहन को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया गया है। वहीं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। प्रदेश के मुख्य सचिव ने बताया कि उनमें हल्के लक्षण हैं। डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रही है।
मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
इससे पहले रविवार को मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने वैक्सीनेशन को लेकर पांच सुझाव दिए हैं। पूर्व पीएम ने कहा है कि 45 वर्ष से कम आयु के लोगों के टीकाकरण को छूट दी जाए। उन्होंने कहा, कितने लोगों को वैक्सीन लगी है, यह आंकड़ा न देखकर हमें इस पर ध्यान देना होगा कि आबादी के कितने फीसद जनता को टीका लगा है। मनमोहन ने आगे कहा कि सरकार को अगले 6 महीने के लिए वैक्सीन के ऑर्डर और किस तरह राज्यों के बीच वितरित होंगे। इस की जानकारी देनी चाहिए।
1. भारत सबसे बड़ा वैक्सीन प्रोड्यूसर बनकर सामने आया है। खासतौर पर प्राइवेट सेक्टर में, इसका कारण सरकार की पॉलिसी है। सरकार को टीका निर्माताओं को प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए सहूलियतें और रियायतें देनी चाहिए।
2. केंद्र सरकार को बताना चाहिए कि ये सब कैसे होगा। सभी प्रदेशों को वैक्सीन किस हिसाब से मिलेगी। केंद्र राज्यों को 10 प्रतिशत टीकों की डिलीवरी इमरजेंसी के तौर पर कर सकती है।
3. सरकार को जनता तो बताना चाहिए कि किन वैक्सीन निर्माताओं को कितने डोज के ऑर्डर दिए हैं। अगले 6 माह तक इनकी सप्लाई के लिए कितने ऑर्डर को स्वीकार किया गया है।
4. प्रदेश सरकारों को फ्रंटलाइन वर्कर्स तय करने की छूट देनी चाहिए। राज्य शिक्षक, बस-टैक्सी व्हीलर चलाने वालों, नगर पालिका, पंचायत स्टाफ और वकीलों को फ्रंटलाइन वर्कर्स घोषित करना चाहते हों।
5. स्वदेशी वैक्सी की सप्लाई सीमित है। ऐसे में यूरोपियन मेडिकल एजेंसी और यूएसएफडीए ने जिन टीकों को अप्रूवल दिया है। उन्हें ट्रायल जैसी शर्तों के बिना मंगवाया जाए।