- घटना का वीडियो सामने आने के बाद अधिकारियों में मचा हड़कंप
- दुल्हा-दुल्हन के ने बताया कि उनकी शादी फरवरी 2025 में होगी
- उन्हें 49 हजार रुपये का चेक मिलने की बात कहकर बुलाया गया
नागदा। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत मंगलवार को हुआ विवाह समारोह खासा चर्चा में रहा। दरअसल समारोह में शामिल एक जोड़े ने रस्में पूरी नहीं की। मांग भरी न फेरे लिए। जब उनसे पूछा गया तो बताया कि उनकी शादी तो फरवरी में होने वाली है। उन्हें राशि का बोलकर इस समारोह में भेज दिया गया है।
इस घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसके बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया। मामले की जांच की जा रही है। जानकारी अनुसार विवाह समारोह में शामिल वधू दिव्या व वर अजय रतलाम के निवासी हैं। समारोह के दौरान वधू ने फेरे नहीं लिए, मांग भी नहीं भरी।
फरवरी 2025 में होने वाली है शादी
पत्रकारों ने पूछा तो वधू ने बताया कि खाचरौद में बैठक हुई थी, उसमें उन्हें बुलाया गया था। उनका विवाह फरवरी 2025 में होने वाला है। उन्हें कहा गया कि तुम तो सामूहिक विवाह में शामिल हो जाओ, 49 हजार रुपये का चेक मिलेगा।
इस पर वधू ने शर्त रखी कि वह मांग नहीं भरेंगे व फेरे भी नहीं लेंगे। सिर्फ वरमाला में हिस्सा लेंगे। आयोजन के दौरान हुआ भी यही। मगर इसका वीडियो वायरल होने पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
नियम विरुद्ध विवाद की सूचना मिली
सामूहिक विवाह में और भी कुछ जोड़ों का नियम विरुद्ध विवाह होने की सूचनाएं मिलीं। उल्लेखनीय है कि नागदा में हुए सामूहिक विवाह में जिले नहीं, प्रदेश के जोड़े भी शामिल हुए थे। होशंगाबाद, धार, बदनावर के भी जोड़े थे।
सामूहिक विवाह सम्मेलन में 81 जोड़े बंधे परिणय सूत्र में
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना अंतर्गत मंगलवार को नरेन्द्र मोदी खेल प्रशाल में एक ही पांडाल में फेरे और निकाह की रस्म अदा की गई। शहर के मुख्य मार्गों से कार में सवार होकर वर-वधुओं का चल समारोह निकला, जिसका मार्ग में जगह-जगह पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया। 81 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे।
नगरपालिका नागदा-खाचरौद एवं जनपद पंचायत के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को नरेन्द्र मोदी खेल प्रशाल में 81 दूल्हा दुल्हन ने दाम्पत्य जीवन में प्रवेश किया। पांडाल में एक ओर जहां गायत्री मंत्रों के साथ फेरे तो दूसरी तरफ निकाह की रस्म अदा की गई।
सुबह साढ़े आठ बजे दशहरा मैदान से कार में सवार दूल्हा-दुल्हन का चल समारोह शहर के मुख्य मार्गों से होकर मोदी ग्राउंड में पहुंचा, जहां तोरण की रस्म अदा की गई।