इंदौर
महाराष्ट्र चुनाव में इंदौर के ढाई सौ भाजपा नेता अलग-अलग जिम्मेदारी निभा रहे है। दो दिन पहले सभी नेता नागपुर पहुंचे। नागपुर जिले के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने उन पदाधिकारियों की बैठक ली और उन्हें काम सौंपे गए।
जिले की 12 सीटों पर इंदौर नेता तैनात किए गए है। वे जनसंपर्क के अलावा जातिगत समीकरणों के हिसाब से भी वोटरों से मिल रहे है। इंदौर से मराठीभाषी नेत्रियां भी गई है जो मध्य प्रदेश की लाड़ली बहना योजना की जानकारी महाराष्ट्र की महिला वोटरों को दे रही है।
महाराष्ट्र की विदर्भ पट्टी पर भाजपा ज्यादा मेहनत कर रही है,क्योकि लोकसभा चुनाव में विदर्भ में ही भाजपा को तागड़ा नुकसान हुआ था। विदर्भ के नागपुर जिले की 12 सीटों पर इंदौर के ढाई सौ नेता चुनाव में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे है।
इन 12 सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग होना है। इंदौर के नेता चुनावी शोर थमने तक 18 नवंबर तक महाराष्ट्र में डेरा डाले रहेंगे। इंदौरी नेता कटोल, सावनेर, हिंगना, उमरेड, नागपुर वेस्ट, नागपुर साउथ, नागपुर ईस्ट, नागपुर सेंट्रल, नागपुर नार्थ,कामठी, रामटेक विधानसभा में मेहनत कर रहे है। नागपुर साउथ सीट से महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस भी चुनाव लड़ रहे है।
नागपुर जिले की कुछ सीटें मध्य प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों से सटी हुई है। यहां के वोटरों को साधने की जिम्मेदारी इंदौर नेता निभा रहे है। भाजयुमो अध्यक्ष सौगात मिश्रा के अलावा हाल ही में अखिल भारतीय महिला मराठीभाषी महासंघ की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनी स्वाती काशिद, पूर्व पार्षद सूरज केरो, हरिनारायण यादव, वीरेंद्र व्यास सहित कई नेता महाराष्ट्र में डेरा डाले हुए है।
मराठीभाषी नेता भी इनमें शामिल है, जो जातिगत समीकरणों का भी आंकलन कर रहे है और वोटरों की नब्ज टटोल कर चुनावी माहौल की रिपोर्ट रणनीति में जुटे नेतागणों को दे रहे है।