7th Pay Commission:digi desk/BHN/ देश में कोरोना को आए हुए एक साल से ज्यादा हो चुके हैं। इस महामारी की दूसरी लहर ने लोगों का जीवन पूरी तरह से तबाह कर दिया है। पहले ही कई महीनों के लॉकडाउन को झेलने वाली जनता अभी घर में कैद रहकर अपना जीवनयापन करने की स्थिति में नहीं है, पर सरकार के पास इसके अलावा कोई चारा भी नहीं है। इस बीच सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए कई नियमों में बदलाव किए हैं। इन बदलावों से लाखों केंद्रीय कर्मचारियों को राहत मिलने की उम्मीद है। केंद्रीय कर्मचारी पिछले साल से रुके हुए अपने महंगाई भत्ते का इंतजार कर रहे हैं। सरकार भी ऐलान कर चुकी है कि जुलाई के महीने से उन्हें पूरा महंगाई भत्ता नई दरों के साथ मिलेगा। इसके साथ ही नाइट अलाउंस मिलने की भी उम्मीद की जा रही है। अगर ऐसा होता है तो रात में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए यह राहत की खबर होगी।
जुलाई के महीने से मिलेगा नाइट अलाउंस
7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के बाद सरकार ने पिछले साल पहली छमाही में नाइट ड्यूटी अलाउंस को लेकर फैसला किया था। डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग ने इसके लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए थे। हालांकि, अभी सभी तरह के भत्तों पर सरकार ने रोक लगा रखी है, लेकिन जुलाई से जब भत्ते दोबारा मिलना शुरू होंगे तब नाइट ड्यूटी करने वाले केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी भी बढ़ जाएगी।
नाइट ड्यूटी करने पर बढ़ जाएगी
रात में ड्यूटी करने वाले केंद्रीय कर्मचारियों को ग्रेड पे के आधार पर नहीं, बल्कि अलग से अलाउंस दिया जाएगा ना। अब तक नाइट ड्यूटी अलाउंस कर्मचारियों को विशेष ग्रेड पे के आधार पर मिलता था। नई व्यवस्था के मुताबिक नाइट अलाउंस देने से कर्मचारियों को फायदा होगा और सैलरी बढ़ जाएगी।
क्या है नाइट अलाउंस
सरकार रात 10 से सुबह 6 बजे तक की गई ड्यूटी को नाइट ड्यूटी मानती है। नाइट ड्यूटी अलाउंस के लिए बेसिक पे की सीलिंग 43,600 रुपये प्रति महीने के आधार पर तय की गई है। रात में ड्यूटी करने पर हर घंटे के लिए 10 मिनट का वेटेज दिया जाएगा।
घंटे के आधार पर मिलेगा अलाउंस?
नाइट ड्यूटी अलाउंस का भुगतान घंटे के आधार पर होगा। इसके लिए बेसिक पे और महंगाई भत्ते के कुल योग को 200 से भाग करके नाइट अलाउंस की राशि निकाली जाएगी। बेसिक पे और महंगाई भत्ते का कैलकुलेशन सातवें वेतन आयोग के आधार पर किया जाएगा। नाइट ड्यूटी ज्वाइन करने के दिन जो बेसिक सैलरी होगी, उसी आधार पर अलाउंस की गणना होगी।