कटिहार
कटिहार जिले में सब्जी खेती को बढ़ावा देने के लिये सरकार सब्जी खेती पर किसानों को अनुदान दे रही है। जिला उद्यान विभाग द्वारा सब्जी खेती व बीज मशाला उत्पादन को लेकर योजना चला रही है। विभाग द्वारा सब्जी विकास याेजना के तहत हाइब्रिड सब्जी खेती को लेकर किसानों को प्रति सब्जी के पौधे पर अनुदान भी देगा। जिसमें फूल गोभी,बंदा गोभी,ब्रोकली,शिमला मिर्च की खेती के लिये विभाग द्वारा लक्ष्य दिया गया है। जिला उद्यान विभाग द्वारा किसानों से ऑनलाईन आवेदन भी लिया जा रहा है। विभाग द्वारा किसानों को बेहतर गुणवत्ता के सब्जी के पौधे दिया जायेगा।
सब्जी खेती पर मिलेगा इतना अनुदान
जिले में विभागीय नर्सरी में तैयार सब्जी के पौधे को किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा। जिला उद्यान विभाग द्वारा तैयार सब्जी के पौधे की कीमत तीन रुपये प्रति पौधे है। जबकि किसानो को प्रति पौधे दो रूपये पच्चीस पैसे अनुदान देकर 75 पैसे प्रति पौधे की दर से दिया जायेगा।
बीज मशाला योजना का लक्ष्य
जिला उधान विभाग द्वारा बीज मशाला योजना के तहत पहली बार विभाग द्वारा जिले को लक्ष्य दिया गया है। जिले में राज्य योजना अन्तर्गत बीज मशाला योजना के तहत धनिया ,मेंथी तथा मिर्च खेती को के लिये जिले को 15 हेक्टेयर लक्ष्य दिया गया है। इस योजना के तहत प्रति हेक्टेयर किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान दिया जायेगा।
सब्जी की खेती करने के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
सब्जी की खेती करने के दौरान कई महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। मिट्टी की तैयारी, बीज का चयन, सिंचाई और उर्वरकों का उपयोग महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, मौसम और जलवायु के अनुसार सब्जी का चयन करना भी आवश्यक है।
सब्जी की खेती में मुनाफा कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि:
सब्जी का चयन: मांग वाली सब्जियों का चयन करना मुनाफे के लिए महत्वपूर्ण है।
मिट्टी और जलवायु: उपयुक्त मिट्टी और जलवायु में उगाई गई सब्जियों की गुणवत्ता और उत्पादन बढ़ता है।
बीज की गुणवत्ता: अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों का उपयोग करने से उत्पादन बढ़ता है।
सिंचाई और उर्वरकों का उपयोग: सही मात्रा में सिंचाई और उर्वरकों का उपयोग करने से उत्पादन बढ़ता है।
बाजार की मांग: बाजार की मांग के अनुसार सब्जी का उत्पादन करने से मुनाफा बढ़ता है।
उत्पादन लागत: कम उत्पादन लागत और अधिक बिक्री मूल्य से मुनाफा बढ़ता है।
सब्जी की खेती में मुनाफे के लिए कुछ आम अनुमान हैं
टमाटर: 50,000 से 1,00,000 रुपये प्रति एकड़
प्याज: 30,000 से 60,000 रुपये प्रति एकड़
आलू: 40,000 से 80,000 रुपये प्रति एकड़
मिर्च: 20,000 से 40,000 रुपये प्रति एकड़
बंदगोभी: 15,000 से 30,000 रुपये प्रति एकड़